सहरसा: बिहार के सहरसा का सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा सीट विधानसभा चुनाव 2020 के हॉटसीटों में शामिल है. कारण है एलजेपी के खगड़िया सांसद मखबूब अली कैसर के बेटे आरजेडी के टिकट से चुनावी अखाड़े में हैं, जबकि एलजेपी ने इस सीट से संजय सिंह को उम्मीदवार बनाया है. वहीं, पार्टी ने महबूब अली कैसर पर चुनाव प्रचार का जिम्मा सौंपा है. लेकिन सांसद महोदय अपनी पार्टी के लिए प्रचार करते नहीं दिख रहे हैं. ऐसे में उनपर पुत्र मोह में पड़ने का आरोप लग रहा है.


इस संबंध में एलजेपी सांसद महबूब अली कैसर ने बताया कि उनका बेटा राजद से चुनाव लड़ रहा है, उसके साथ उनकी शुभकामनाएं हैं. लेकिन लोजपा के जो प्रत्याशी हैं, लेकिन एलजेपी के जो प्रत्याशी हैं, उन्होंने अब तक मुझसे कोई संपर्क नहीं किया है. इसलिए मैंने उनके किसी कार्यक्रम में भाग नहीं लिया है.


इधर, एलजेपी प्रत्याशी संजय सिंह ने कहा कि खगड़िया सांसद और पार्टी के वरिष्ठ नेता पुत्रमोह में पड़ गये हैं. इसलिए वे अपनी पार्टी के लिए कहीं भी प्रचार करते नहीं दिख रहे हैं. उन्हें जनसंपर्क और कार्यालय उद्घाटन में शामिल होने को आमंत्रण दिया गया था. लेकिन वे कभी नहीं आए. सांसद ने पुत्रमोह में पार्टी धर्म को दरकिनार कर दिया है.


संजय सिंह ने कहा कि राजनीतिक जीवन में आए लोगों के लिए पार्टी धर्म सर्वोपरि होता है. लेकिन लोजपा सांसद वो धर्म नहीं निभा पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस बात की जानकारी पार्टी आलाकमान को दे दी गई है. पार्टी को भी सारी बातों की जानकारी पूर्व से है. उनके संबंध में जो भी निर्णय लेना होगा, पार्टी लेगी.


वहीं, लोजपा सांसद के बेटे और सिमरी बख्तियारपुर सीट से राष्ट्रीय जनता दल के उम्मीदवार युसुफ सलाउद्दीन ने इससे इंकार किया और कहा कि उनके पिता एलजेपी के स्टार प्रचारक हैं और एलजेपी के लिए लगातार कैंपेनिंग कर रहे हैं. जगह-जगह प्रचार में जा भी रहे हैं. जरूरत पड़ने पर सिमरी बख्तियारपुर में भी अपने पार्टी के लिए चुनाव प्रचार का काम करेंगे.


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