पटना: एनडीए के साथ बिहार विधानसभा की 11 सीटों पर चुनाव लड़ रही वीआईपी पार्टी ने अपने उम्मीदवारों के नामों के घोषणा के साथ एक अनोखी घोषणा कर सबको चौंका दिया है. दरअसल वीआईपी पार्टी ने अपने कोटे में आने वाली एक विधान परिषद सीट के लिए कुल 26 दावेदारों के नाम की भी घोषणा कर दी है.मुकेश सहनी ने बीजेपी के साथ जो तालमेल किया है उसके अनुसार अगर बिहार में एनडीए की सरकार बनी तो वीआईपी को एमएलसी कोटे की 1 सीट भी मिलेगी. इसी एक सीट के लिए सहनी ने 26 दावेदारों की लिस्ट जारी की है. इन्हीं 26 चेहरों में से किसी एक को मुकेश सहनी विधान परिषद भेजेंगे. इस लिस्ट में जितने भी लोग शामिल हैं, सभी अति पिछड़ा तबके से आते हैं



एनडीए में सीटों का गणित



एनडीए में शामिल मुकेश सहनी बीजेपी के हिस्से में आए हैं दरअसल बीजेपी और जेडीयू के बीच में करार हुआ था कि जीतन राम मांझी की पार्टी हम को जदयू अपने कोटे से सीट देगी और बीजेपी वीआईपी पार्टी को अपने कोटे से सीट देगी. नीतीश कुमार ने अपने 122 सीटों में से 7 सीटें जीतन राम मांझी की हम पार्टी को दी थी जबकि बीजेपी ने वीआईपी पार्टी को अपने हिस्से के 121 सीटों में से 11 सीटें दी थी. इन 11 सीटों के साथ बीजेपी ले मुकेश सहनी को एक एमएलसी का सीट भी दिया है यानी एनडीए अगर सरकार में आई एक आई तो उच्च सदन में एक सदस्य वीआईपी पार्टी का होगा.



मुकेश सहनी का अनोखा फॉर्मूला



बीआईपी पार्टी की खास बात ये है कि मुकेश सहनी ने इस एमएलसी के सीट के लिए एक सूची तैयार की है, इस सूची में 26 पिछड़ा अति पिछड़े कार्यकर्ताओं के नाम है. अब मुकेश सहनी का कहना है कि इन्ही 26 अति पिछड़ा कार्यकर्ताओं में से एक को विधान परिषद भेजा जाएगा, यानी मुकेश सहनी ने विधानसभा के चुनाव में ही विधान परिषद का अति पिछड़ा कार्ड खेल इस जाति की गोलबंदी मजबूत करने की कोशिश की है. मुकेश सहनी ने कहा मेरी कोशिश है कि मैं जिताऊ कैंडिडेट दूं और हर जाति की भागीदारी हो हम इंडिया के साथ हैं और इंडिया की जीत तय है.