पटना: देश भर में प्याज की कीमत आसमान छू रही है. कोरोना काल प्याज की बढ़ी हुई कीमत आम लोगों को परेशान करने लगी है. ऐसे में चुनावी सरगर्मी के बीच सूबे में 'प्याज पॉलिटिक्स' शुरू हो गई है. सोमवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव प्याज की बढ़ती कीमतों को लेकर सत्ता पक्ष पर हमलावर दिखे और हाथों में प्याज की माला लेकर पूछा कि अब यह माला किसे पहनाया जाए?


दरअसल, तेजस्वी यादव सोमवार को दस सर्कुलर रोड स्थित आवास से जब चुनाव प्रचार के लिए निकल रहे थे, उस दौरान उन्होंने मीडियाकर्मियों के सामने प्याज की माला लेकर कहा कि बीजेपी के लोग भी पहले प्याज की माला लेकर घूमते थे. अब प्याज सौ रुपये किलो हो गया है, तो प्याज की माला किसको पहनाया जाए?


उन्होंने कहा कि वे नीतीश जी को ढूंढ रहे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मुंह में दही क्यों जमी है? उनको दिख रहा है कि उनकी कुर्सी जा रही है. नीतीश कुमार जी ने परंपरा बना दिया है कि बिहार में कोई भी काम बिना चढ़ावा के नहीं होगा. ब्लॉक से लेकर हर जगह भ्रष्टाचार है.


सीएम नीतीश के आरोप पर कही यह बात


कुछ दिन पहले एक चुनाव प्रचार में सीएम नीतीश ने तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा था कि वो बताएं कि लॉकडाउन के समय वे दिल्ली में कहां रहते थे? इसके अलावा उन्होंने कहा कि अपने मां- बाप से पूछो कि स्कूल क्यों नहीं बनवाया था? इसपर तेजस्वी यादव ने कहा कि हमपर व्यक्तिगत हमले किये जा रहे हैं कि कहां है, कहां रहता है, अपने बाप से पूछो, आदि. नीतीश जी हमसे बड़े हैं. हमें सिखाया गया है कि बड़ों का सम्मान करो. बड़ों की इज्जत करो. तेजस्वी ने कहा कि वे इसे दूसरे रूप में देख रहे हैं और उन्हें नीतीश कुमार जी का आशीर्वाद मिल रहा है.