Bihar Elections ABP-CVoter Opinion Poll LIVE: बिहार में किसकी बनेगी सरकार ? अभी जानें फाइनल ओपिनियन पोल
Bihar Assembly Elections 2020, ABP CVoter Opinion Poll LIVE Updates: पहले चरण की वोटिंग से पहले एबीपी न्यूज ने लोगों का मन टटोला है. एबीपी न्यूज अपने पाठकों और दर्शकों के लिए ओपिनियन पोल लेकर आया है.
सीटों की बात करें तो नीतीश की अगुवाई वाला एनडीए सबसे आगे नजर आ रहा है. नीतीश+ के खाते में 135-159 सीट, लालू+ को 77-98 सीट और एलजेपी को 1-5 सीट मिल सकती हैं. वहीं अन्य के खाते में 4 से 8 सीटें जा सकती हैं.
एबीपी न्यूज़-सीवोटर ओपिनियन पोल के आंकड़ों की बात करें तो नीतीश+ को 46%, लालू+ को 32%, पासवान को 3 % और अन्य के खाते में 19 % वोट शेयर जा सकता है. वहीं सीटों की बात करें तो नीतीश+ के खाते में 45-49 सीट, लालू+ के खाते में 22-26 सीट, अन्य के खाते में 1-2 सीटें जा सकती हैं. यहां चिराग पासवान की पार्टी का खाता खुलता नजर नहीं आ रहा है.
ओपिनियन पोल में मुख्यमंत्री से लोंगों की नाराजगी को लेकर भी सवाल पूछा गया. इस सवाल के जवाब में जो आंकड़े आए हैं वो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की टेंशन बढ़ा सकते हैं. 60 % लोगों ने कहा कि नीतीश कुमार से नाराज हैं और मुख्यमंत्री बदलना चाहते हैं. वहीं 26% लोगों ने कहा कि हम नाराज तो हैं लेकिन बदलना नहीं चाहते, एक बार फिर नीतीश पर ही भरोसा जताना चाहते हैं. वहीं सिर्फ 14% लोग ऐसे हैं जो न नाराज हैं और न ही नीतीश को बदलना चाहते हैं.
मुद्दे के साथ बिहार में चेहरों की भी लड़ाई है, इसलिए ओपिनियन पोल में मुख्यमंत्री की पसंद को लेकर भी सवाल पूछा गया, नीतीश कुमार पर 30 %, तेजस्वी यादव पर 20 %, चिराग पासवान पर 14% तो मौजूदा डिप्टी सीएम सुशील मोदी पर सिर्फ 10% लोगों ने भरोसा जताया. यानी चेहरों की लड़ाई में नीतीश कुमार अपने बाकी सभी प्रतिद्वंदियों से कई कदम आगे खड़े हैं.
15 साल से बिहार की सत्ता पर काबिज नीतीश कुमार के कामकाज को लेकर ओपिनियन पोल में जनता से सवाल पूछा गया. इस 25% लोगों ने नीतीश के 'सुशासन' को अच्छा बताया. वहीं 28% लोगों ने नीतीश के काम को औसत माना. वहीं 46% लोगों ने नीतीश के काम काज को सिरे से खारिज कर दिया.
बिहार में इस बार चुनाव मुद्दों पर आ गया है, इसलिए मुद्दे से जुड़ा सवाल भी जनता से पूछा गया कि सबसे बड़ा मुद्दा क्या है? इस पर 52% लोगों का मानना है कि बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है. वहीं भ्रष्टाचार 11% के लिए, सड़क-बिजली 10% के लिए और शिक्षा 8% के लिए सबसे बड़ा मुद्दा है.
एक और महत्वपूर्ण सवाल- बीजेपी को ज्यादा सीट मिली तो सीएम पर नीतीश से झगड़ा होगा ? इस सवाल के जवाब में 61% लोगों का कहना है कि हां, ऐसा हो सकता है. बीजेपी ज्यादा सीटें आने पर अपना मुख्यमंत्री बनाने की शर्त रख दे. वहीं 39% लोगों का ऐसा नहीं सोचते, इनके मुताबिक बीजेपी की ज्यादा सीटें आएं या कम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही बनेंगे.
बिहार में चुनाव प्रचार के दौरान 15 साल बनाम 15 साल का मुद्दा पीरे जोर शोर से हावी है. नीतीश लालू यादव के 15 साल की विरासत को दोष दे रहे हैं. वहीं तेजस्वी और बाकी विपक्ष नीतीश-बीजेपी के 15 साल का हिसाब मांग रहा है. जनता की बात करें तो यहां मामला नीतीश कुमार के पक्ष में जाता नजर आ रहा है. 62% जनता का मानना है कि नीतीश कुमार के 15 लालू यादव के 15 साल पर भारी हैं. वहीं 38% जनता का मानना है कि लालू-राबड़ी के 15 साल बेहतर थे.
बिहार चुनाव से जुड़े एक बेहद रोचक सवाल कि क्या चुनाव के बाद तेजस्वी-चिराग एक हो सकते हैं ? इसके जवाब में 53% जनता का मानना है कि हां, ऐसा हो सकता है कि नतीजों को देखते हुए चिराग पासवान और तेजस्वी यादव हाथ मिला लें. वहीं 46% जनता को ऐसा लगता है कि नहीं चिराग-तेजस्वी ऐसा नहीं करेंगे.
बिहार की 243 विधानसभा सीटों पर हुए ओपिनियन पोल में 45% जनता का मानना है कि हां, लालू प्रसाद यादव के जेल में होने का असर तेजस्वी के रिजल्ट में भी दिखेगा. वहीं 55% जनता का मानना है कि नहीं ऐसा नहीं है, लालू यादव के जेल में होने का असर आरजेडी के आंकड़ों पर नहीं दिखेगा.
क्या चिराग और बीजेपी मिले हुए हैं ?
इस सवाल के जवाब में 61% लोगों का कहना है कि हां बिहार एनडीए में जो कुछ भी हो रहा है, वो बीजेपी और चिराग पासवान की मिलीभगत है. वहीं 39% लोगों का इसके उलट मानना है. इन लोगों को लगता है कि नहीं, इस एनडीए में आई दरार के पीछे चिराग और बीजेपी की कोई मिली भगत नहीं है.
एबीपी न्यूज़ सी वोटर के ओपिनियन पोल के मुताबिक नीतीश+ को 28 %, लालू + को 46 % वोट, पासवान को 4 % वोट और अन्य के खाते में 22% वोट जा सकता हैं. सीटों की बात करें तो नीतीश+ के खाते में 11-15 सीट, लालू+ के खाते में 8-11 सीट और अन्य के खाते में 1-1 सीट जा सकती है. चिराग पासवान की पार्टी का वोट प्रतिशत सीटों में बदलता नहीं दिख रहा. यहां एलजेपी का खाता नहीं खुल रहा है.
बैकग्राउंड
ABP Opinion Poll: बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए 71 विधानसभा सीटों पर पहले चरण का मतदान 28 अक्टूबर को होगा. बिहार में आरजेडी के नेतृत्व वाले महागठबंधन में कांग्रेस और वामपंथी दल मिलकर चुनाव मैदान में है. ऐसे में आरजेडी का अधिकांश सीटों पर जेडीयू से मुकाबला है. ऐसे में सभी के मन में एक ही सवाल है कि आखिर बिहार की सत्ता पर कौन काबिज होगा? पहले चरण की वोटिंग से पहले एबीपी न्यूज ने लोगों का मन टटोला है. एबीपी न्यूज अपने पाठकों और दर्शकों के लिए ओपिनियन पोल लेकर आया है.
चुनाव के नतीजे 10 नवंबर को आएंगे
बिहार विधानसभा चुनाव कुल तीन चरणों में होंगे. पहले चरण में 16 जिलों के 71 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव होंगे. दूसरे चरण में कुल 17 जिलों के 94 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होंगे. तीसरे चरण में 15 जिलों के 78 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होंगे. पहले चरण का मतदान 28 अक्टूबर को होगा, दूसरे चरण का मतदान तीन नवंबर को और तीसरे चरण का सात नवंबर को होगा. चुनाव के नतीजे 10 नवंबर को आएंगे.
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