सहरसा: बिहार के सहरसा में विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में मतदान होना है. ऐसे में सभी पार्टियों के संभावित उम्मीदवारों ने अपने क्षेत्र में घूमना शुरू कर दिया है. जिले के सोनवर्षा विधानसभा क्षेत्र के आरक्षित होने के कारण इस बार फिर से जदयू ने लागतार दो बार विधायक रहे रत्नेश सादा का अपना प्रत्याशी बनाया है. लेकिन रत्नेश सादा के खिलाफ सोनवर्षा क्षेत्र की जनता में काफी आक्रोश है.


10 साल से क्षेत्र का नहीं हुआ विकास


आम लोगों की मानें तो जब से विधायक जी जीत कर गए हैं, तब से क्षेत्र की जनता को दर्शन तक नहीं दिया है. लगातर दस साल से सोनवर्षा से विधायक रहने के बावजूद क्षेत्र का कोई विकास नहीं हुआ है. मंगला बाजार में दुकान चलाने वाली काजल कुमारी की मानें तो वो विधायक को पहचानती तक नहीं है. वहीं सत्तर वर्षीय राजेन्द्र ठाकुर ने कहा कि इस बार के चुनाव में जदयू विधायक रत्नेश सादा को वोट देने से अच्छा है, अपना मत नोटा में दे दिया जाए.


विकास के मुद्दे पर जनता करेगी मतदान


बाहरहाल, सात नवंबर को जिले के सभी विधानसभा क्षेत्र में मतदान होना है. इस बार सोनवर्षा राज से जदयू के प्रत्याशी के तौर पर रत्नेश सादा, संभावित लोजपा प्रत्याशी सरिता पासवान, जाप से संभावित उम्मीदवार मनोज पासवान आदि मैदान में हैं. अब देखना है कि इस बार जनता किसको अपना जनप्रतिनिधि चयन करती है. चूंकि क्षेत्र में अब तक विकास कार्य नहीं है और लोग इस बार विकास के मुद्दे पर वोट करने का मन बना चुके हैं.