Bihar Election: RJD के घोषणा पत्र पर शुरू हुई सियासत, सत्ता पक्ष के नेताओं ने जमकर साधा निशाना
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने आरजेडी के घोषणा पत्र पर निशाना साधते हुए कहा कि वह पहले यह वादा करें कि वह चारवाहा विद्यालय नहीं खोलेंगे. वह पहले यह वादा करें कि मुख्यमंत्री आवास से हॉट लाइन पर अपहरण कर्ताओं के लिए फोन नहीं लगेंगे.
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आरजेडी ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर घोषणा पत्र जारी कर दिया है. पार्टी की ओर से जारी घोषणा पत्र को ‘प्रण हमारा संकल्प बदलाव का’ नाम दिया गया है. घोषणा पत्र जारी करते हुए तेजस्वी ने बिहारियों को 85 फीसदी आरक्षण देने की बात भी कही है. साथ ही शिक्षा बजट पर 22 फीसदी खर्च करने की बात कही है.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कही यह बात
हालांकि, अब आरजेडी के घोषणा पत्र पर सियासत शुरू हो गई है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने आरजेडी के घोषणा पत्र पर निशाना साधते हुए कहा कि वह पहले यह वादा करें कि वह चारवाहा विद्यालय नहीं खोलेंगे. वह पहले यह वादा करें कि मुख्यमंत्री आवास से हॉट लाइन पर अपहरण कर्ताओं के लिए फोन नहीं लगेंगे. वह वादा करें कि रंगदारी नहीं वसूलेंगे.
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कल प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कर कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनाव के वक्त बिहार की याद आती है, इस पर संजय जायसवाल ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार को सवा लाख करोड़ का पैकेज दिया और उसका हिसाब राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हर पर मंच दिया है.
जेडीयू सांसद ललन सिंह ने कही यह बात
आरजेडी के घोषणा पत्र पर हमला बोलते हुए जदयू सांसद ललन सिंह ने कहा कि तेजस्वी को अपने घोषणा पत्र में ये लिखना चाहिए कितने लोगों की जमीन कब्जा किए, कितनी सम्पत्ति कमाई. वहीं, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने आरजेडी के घोषणा पत्र पर कहा कि रोजगार और शिक्षा पर जितना काम मोदी और नीतीश कुमार की सरकार ने किया है उतना काम किसी ने नहीं किया है.
उन्होंने राहुल गांधी के उस बयान को भी बचकाना और गैर जिम्मेदाराना बताया जिसमें उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री शहीदों पर राजनीति करते हैं. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी हमेशा इसी तरीके की बात बोलते हैं और इससे देश को नुकसान होता है.
मंत्री संजय झा ने कही यह बात
इधर, आरजेडी के घोषणा पत्र पर निशाना साधते हुए बिहार सरकार के जल संसाधन मंत्री और जेडीयू नेता संजय झा ने कहा कि हमनें पिछले 15 साल में 6 लाख लोगों को रोजगार दिया है और उन्होंने सिर्फ 80 हजार को. उनके समय में बजट तक पास नहीं होता था, उनको नौकरी से कोई लेना देना नहीं है. रेलवे का केस अभी भी चल रहा है क्योंकि नौकरी देने के लिए जमीन लिए थे.नीतीश और नरेंद्र मोदी की सरकार अगर बनेगी तो आगे अधिक काम मिलेंगे.
राहुल द्वारा नरेन्द्र मोदी पर दिए बयान पर उन्होंने कहा वो नोनसिरियस आदमी हैं. यही कांग्रेस की सरकार है, जिसने सुशांत के केस को बंद किया था, नीतीश कुमार ने शुरू कराया. जैसे महाष्टमी में राक्षसों का नष्ट हुआ था, उसी तरह नीतीश कुमार ने भी अराजकता,अपराध और परिवारवाद को नष्ट किया है.
तेजस्वी ने कही यह बात
बता दें कि तेजस्वी यादव ने घोषणा पत्र जारी करने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में एनडीए पर निशाना कहा था कि बीजेपी वाले बताएं कि उनका मुख्यमंत्री का चेहरा कौन है, नीतीश कुमार हैं? नीतीश कुमार ने तो 10 लाख नौकरियों पर ही हाथ खड़े कर दिए थे कि तो कहां से देंगे. बीजेपी कहां से देगी, नेतृत्व तो नीतीश कुमार कर रहे हैं, तो ये बेवकूफ किसे बना रहे हैं?
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