पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा हो गई है. ऐसे में सभी पार्टियों में खुद को दूसरे से बेहतर और जनता के अधिक नजदीक बताने की होड़ मची हुई है. इसी क्रम में शुक्रवार को प्रदेश जेडीयू कार्यालय के बाहर नया पोस्टर लगाया गया है, जिसके जरिये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जाति और भेदभाव की राजनीति से ऊपर दिखाने की कोशिश की गई है. वहीं, दूसरे पोस्टर के जरिये उनके काम को दिखाने की कोशिश की गई है.


सीएम नीतीश पर लगाया था आरोप


पहले पोस्टर में लिखा है कि नीतीश सबके हैं, जबकि दूसरे पोस्टर में लिखा है, " तरक्की दिखती है." बता दें कि पिछले दिनों लगातार सीएम नीतीश का कार्यकाल और उनकी पॉलिटिकल नीति चर्चा में थी. दरअसल, पूर्व मंत्री श्याम रजक ने जेडीयू छोड़ने के बाद नीतीश कुमार पर कई आरोप लगाए थे साथ ही उन्हें दलित विरोधी बताया था.


अपनों-परायों को दिया यह संदेश


श्याम रजक के इस बयान के बाद से लगातार विपक्ष के नेता सीएम नीतीश को दलित विरोधी बताकर घेर रहे थे, साथ ही उनके 15 साल के कार्यकाल पर सवाल उठा रही थी. ऐसे में पार्टी कार्यालय के बाहर पोस्टर लगाकर अपनों-परायों को संदेश देने की कोशिश की गई है कि नीतीश कुमार की राजनीति जातिवाद से ऊपर उठ कर है और वो किसी जाति विशेष के नहीं बल्कि सभी के हैं.