पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन को महागठबंधन की हार का अहम कारण माना जा रहा है. 70 सीटों पर मैदान में उतरी कांग्रेस केवल 19 सीट ही ला पायी, जिसका खामियाजा पूरे महागठबंधन को भुगतना पड़ा और केवल 0.03 प्रतिशत वोटों के अंतर से तेजस्वी यादव सीएम नहीं बन पाए. ऐसे में इस बात को लेकर अब कांग्रेस के अंदर ही बागी सुर उठने लगे हैं.


कांग्रेस नेता तारीक अनवर ने गुरुवार को ट्वीट कर कांग्रेस आलाकमान से चुनाव में अपने प्रदर्शन को लेकर मंथन करने की बात कही है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि हमें सच को स्वीकार करना चाहिए. कांग्रेस के कमजोर प्रदर्शन के कारण महागठबंधन की सरकार से बिहार महरूम रह गया. कांग्रेस को इस विषय पर आत्म चिंतन ज़रूर करना चाहिए कि उस से कहाँ चूक हुई ? MIM की बिहार में इंट्री शुभ संकेत नहीं है.





इधर, दरभंगा के जाले विधानसभा से कांग्रेस की टिकट का दावेदार रहे ऋषि मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस की खराब प्रदर्शन की वजह से तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री नहीं बन सके. उन्होंने कहा कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा खुद मिथिलांचल की राजनीति करते हैं. लेकिन मिथिलांचल की 30 सीटों में कांग्रेस एक पर भी चुनाव नहीं जीत सकी. ऐसे में कम से कम उन्हें मिथिलांचल में कांग्रेस के हार की जिम्मेदारी लेनी चाहिए. उन्होंने कहा कि वे कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से मांग करेंगे कि बिहार में हार की जिम्मेदारी तय करें और बिहार को बचाएं.


बता दें कि जाले सीट से कांग्रेस ने मशकूर अहमद उस्मानी को टिकट दिया था. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र संघ उपाध्यक्ष मशकूर को टिकट देने के बाद बिहार की राजनीति गरमा गई थी. मशकूर के जिन्ना कनेक्शन को लेकर सत्ता पक्ष के नेता लगातार कांग्रेस पर सवाल खड़े कर रहे थे.


यह भी पढ़ें- 


बिहार: 16 नवंबर को CM पद की शपथ ले सकते हैं नीतीश कुमार, मंत्रिमंडल पर अभी फैसला नहीं

Bihar Result: 13 वोटों से हुआ एक सीट पर हार जीत का फैसला, जानिए सभी 243 सीटों की जीत हार का अंतर