नई दिल्ली: बिहार की 243 विधानसभा सीटों पर वोटों पर गिनती जारी है. सुबह आठ बजे गिनती शुरू होने के कुछ मिनट के भीतर ही रुझान आने शुरू हो गए. पहला रुझान एनडीए के खाते में गया, खाता बीजेपी ने खोला. शुरुआती एक घंटे की बात करें तो रुझान जैसे जैसे आगे बढ़े वैसे ही एनडीए और महागठबंधन में कांटे की टक्कर देखने को मिली. लेकिन इसके बाद फिर महागठबंधन ने जो बढ़त बनाई वो घटी नहीं. एनडीए से अलग चुनाव लड़ रही चिराग पासवान की एलजेपी ने भी एक सीट पर खाता खोल लिया है.


खबर लिखे जाने तक ताजा रुझान की बात करें तो एनडीए के पक्ष में 92 और महागठबंधन के पक्ष में 115 रुझान जाते दिख रहे हैं. एक्सपर्ट के शुरुआती एक घंटे में पोस्टल बैलट की गिनती में अगर महागठबंधन को बढ़त दिख रही है तो हो सकता है ईवीएम की गिनती में भी महागठबंधन बढ़त बना सकता है.शुरुआती एक घंटे के आंकड़ों के हिसाब से महागठबंधन को बहुमत के लिए सीटें सात चाहिए. महागठबंधन ने जब 100 सीटों का आंकड़ा पार किया उस वक्त एनडीए 59 सीटों पर था.


दरअसल पोस्टल बैलट में बीजेपी-जेडीयू की पकड़ मानी जाती है लेकिन इसमें महागठबंधन को बढ़त का मतलब है कि नौकरीपेशा मिडिल क्लास वोट बैंक में भी महागठबंधन ने सेंध लगाई है. चुनाव के असली माहौल का अंदाजा सुबह 10 बजे के बाद लगना शुरू होगा जब ईवीएम के राज खुलने शुरू होंगे.


तेजस्वी को मिलेगा जन्मदिन का तोहफा या नीतीश को एक मौका?
तमाम एग्जिट पोल में महागठबंधन को बढ़त मिल रही है लेकिन क्या नीतीश कुमार का विश्वास काम करेगा. पिछले कुछ समय से एक बड़े सवाल 'बिहार में का बा' का जवाब आज मिल जाएगा. कल आरजेडी के मुखिया तेजस्वी यादव ने अपना जन्मदिन मनाया है, अब देखना है कि जनता उन्हें गिफ्ट में सीएम की कुर्सी देती है या नहीं.


वहीं नीतीश कुमार तो कह चुके हैं कि यह उनका आखिरी चुनाव है. ऐसे में जनता क्या उन्हें एक मौका और देगी. वहीं चिराग पासवान पर भी लोगों की निगाहें टिकी हैं कि नजीतों के के बाद वो क्या रुख अपनाते हैं. नई खिलाड़ी पुष्पम प्रिया पर भी लोग नजर रखे हुए हैं.