पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा होते ही अब महागठबंधन की दरारें साफ दिखने लगी हैं. हम सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी तो पहले ही महागठबंधन से किनारा कर एनडीए का दामन थाम चुके हैं और अब आरएलएसपी अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा का भी महागठबंधन से मोह भंग हो चुका है. दो दिन पहले आरएलएसपी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद अंदरखाने से जो खबरें आई थी, उससे यह तो तय हो चुका था कि अब उपेन्द्र कुशवाहा महागठबंधन के हिस्सा नहीं रहेंगे.


महागठबंधन को हो गया है कोरोना


इसी क्रम में शनिवार को आरएलएसपी प्रवक्ता माधव आनंद ने भी ये साफ कर दिया कि उपेंद्र कुशवाहा अगले दो दिनों में अपना पत्ता खोल देंगे. माधव आनंद ने कहा कि महागठबधंन को कोरोना हो गया है और वो आईसीयू में चली गई है. अब आरएलएसपी महागठबंधन का हिस्सा नहीं है. हमारी उनसे कोई बातचीत नहीं है और न ही हमलोग बात करने को इक्छुक हैं.


तेजस्वी और सीएम नीतीश की कोई तुलना नहीं


इस दौरान उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश से तेजस्वी यादव की कोई तुलना नहीं है. एनडीए और नीतीश कुमार से हमें कोई दिक्कत नहीं है. नीतीश कुमार 15 साल से हमारे और पूरे राज्य की जनता के मुख्यमंत्री हैं. अगला निर्णय दो दिनों के अंदर किया जाएगा कि क्या करना है. बहरहाल पार्टी प्रवक्ता के बयान से यह साफ हो चुका है कि अब उपेंद्र कुशवाहा महागठबंधन के नहीं रहेंगे. साथ ही इस बयान के बाद यह भी कयास लगाया जा रहा है कि उपेन्द्र कुशवाहा भी एनडीए में घर वापसी का मन बना रहे हैं.