पटना: लालू प्रसाद यादव जो पिछले तीन दशक से बिहार की राजनीति के केन्द्र में रहे हैं और इस बार के चुनाव में भी सत्तारुढ़ दल के निशाने पर उनका पंद्रह साल का शासन काल ही हैं. नवरात्र के बीच लालू यादव पूजा-पाठ को लेकर एक बार फिर चर्चे में हैं. लालू प्रसाद यादव जो फिलहाल चारा घोटाले में सजायाफ्ता हैं और इस वक्त रांची में रिम्स के निदेशक के बंगले में इलाजरत हैं और लालू खबरों में इसलिए हैं क्यूंकि वो इस बंगले में नवमी के अवसर पर विशेष पूजा और बलि की तैयारी करवा रहे हैं.
लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव महागठबंधन में मुख्यमंत्री का चेहरा है लालू प्रसाद यादव शुरू से ही भक्ति तंत्र-मंत्र के प्रति झुकाव के लिए जाने जाते रहे हैं अब खबर यह आ रही है कि दशहरे में लालू ने रांची के केली बंगले में विशेष बलि की तैयारी की है. अमूमन धार्मिक आस्था ये है कि नवरात्र की नवमी को देवी से मन की मुराद मांगने और पूरी होने पर बलि देकर माता की अराधना की जाती है. खबर यह है कि गुरुवार को बलि के लिए दो बकरे केली बंगले में मंगाए गए हैं.पूजा पाठ में विशेष आस्था रखने वाले लालू प्रसाद के निर्देश पर नवमी को बकरों की बलि दी जाएगी और बंगले में कार्यरत कर्मी और सुरक्षाकर्मियों के बीच प्रसाद का वितरण किया जाएगा.
लालू के पूजा पर जेडीयू ने ली चुटकी
राजद सुप्रीमो लालू यादव के नवरात्र पूजा और नवमी की बलि पर चुटकी लेते हुए जेडीयू के प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि लालू यादव शुरू से ही तंत्र मंत्र के लिए मशहूर हैं, तभी तो तांत्रिक के कहने पर कपड़े का रंग ही बदल दिया. पूजा पाठ से खुद को तो नहीं बचा पाए. अब बलि देकर क्या नया कर लेगें? इससे चुनाव में कोई फायदा नही मिलेगा, उनके दल की हार तो तय है.
जेडीयू के तंज पर राजद हुआ हमलावर
राजद सुप्रीमों के पूजा पाठ पर जेडीयू की टिप्पणी से नाराज राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि जेडीयू की घबराहट बता रही है कि अपनी हार की झलक उन्हे दिखने लगी है, और इससे परेशान होकर अब मुद्दा नही मिलने पर कुछ भी टिप्पणी कर खुद को तसल्ली देने में जुट गई है एनडीए.तंत्र मंत्र से तो इन्हे अब जनता बाहर का रास्ता दिखाएगी.