पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा हो चुकी है. तारीखों की घोषणा के बाद से एनडीए हो या महागठबंधन दोनों में सीट शेयरिंग को अंतिम रूप देने की तैयारी की जा रही है. ऐसे में बिहार महागठबंधन में सीट शेयरिंग की कवायद तेज हो गई है. कल वामदल के नेता, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से मिलने राबड़ी आवास पहुंचे थे और मुख्यमंत्री के लिए तेजस्वी के नाम पर मुहर लगाई थी.
वाम दल के नेताओं ने की मुलाकात
इसी क्रम में बुधवार को एक बार फिर वाम दल के नेता नेता तेजस्वी यादव से मिलने 10 सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी आवास पहुंचे. उनकी तेजस्वी यादव के साथ एक बार फिर मैराथन बैठक चली. इस बैठक में आरजेडी सांसद मनोज झा भी मौजूद थे. उधर, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा दिल्ली चले गये हैं. दिल्ली में कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमिटी में भी इस मुद्दे पर बैठक होनी है.
शिवानंद तिवारी का बयान खड़ा करता है सवाल
ऐसे में एक तरफ वाम दलों से मंत्रणा और दूसरी तरफ कांग्रेस पर मौन के बीच आरजेडी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी का यह बयान की कांग्रेस को अपनी जिद छोड़ देनी चाहिए कई सवाल खड़ा करता है.
आरजेडी-कांग्रेस समझौते पर शिवानंद तिवारी का बड़ा बयान
बता दें कि आरजेडी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा है कि कांग्रेस सीट शेयरिंग में बड़प्पन दिखाए. कांग्रेस का फैसला उसके विवेक पर होनी चाहिए. हम चाहते है कांग्रेस हमारे साथ रहे. कांग्रेस देश भर में चुनाव लड़ती है ऐसा में उनको जिद छोड़ देनी चाहिए. आरजेडी पर दबाब नहीं बनाना चाहिए. हमारा गर्दन दबा कर हमारी कीमत पर चुनाव लड़ना सरासर अन्याय है. बहरहाल इस बयान ने इतना तो साफ है कि वामदलों से आज की मीटिंग में आरजेडी कांग्रेस के लिए कोई राह तलाश ले.