पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में खुफिया विभाग ने आतंकी और नक्सली वारदात को लेकर एलर्ट किया है, इसके बाद बिहार पुलिस मुख्यालय में खलबली मच गई है.पुलिस मुख्यालय इस एलर्ट को लेकर खासतौर पर मुस्तैद हो गई है, तमाम जिला के रेंज में आने वाले आईजी, डीआईजी के साथ जिला के एसएसपी और एसपी को इस बात का दिशानिर्देश जारी किया गया है कि नेताओं को मिलने वाली सुरक्षा श्रेणी के अनुसार जनसभा वाले स्थान पर सुरक्षा इंतजाम किस तरह मुश्तैद हों, साथ हीं सुरक्षा को लेकर जनसभाओं में भी अतिरिक्त चौकसी बरतने के निर्देश दिए गए हैं.
एएसएल प्रोटेक्टी नेताओं की सुरक्षा को लेकर विशेष चौकसी
इस चुनाव प्रचार में उतरे नेताओं में कई कैटेगरी है और इनकी कैटेगरी के अनुसार को अलग-अलग श्रेणी के सुरक्षा प्राप्त हैं. इनमें सबसे ज्यादा एएसएल (एडवांस सिक्योरिटीलाइजिनिंग) श्रेणी के नेताओं की सुरक्षा होती है. इस श्रेणी में प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री शामिल होते हैं, इनकी जनसभाएं जहां होती है वहां सुरक्षा इंतजाम की पहले से जांच होती है. इसके साथ हीं मंच पर कौन लोग जाएंगे इसकी सूची पहले सुरक्षाकर्मियों को सौंप दी जाती है, सुरक्षा के मद्देनजर डी एरिया कितना बड़ा होगा लोगों के आने जाने की व्यवस्था, वीआईपी कार किधर से आएगी जैसी तमाम चीजें पहले से तय की जाती है इसके अलावा कई अन्य बिंदुओं पर भी सुरक्षा तैयारियों की जांच की जाती है.
प्रधानमंत्री की सभा में तैनात होंगे 7 आईपीएस अधिकारी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 23 अक्टूबर को गया, भागलपुर और सासाराम में जनसभाओं को संबोधित करेंगें इन सभाओं में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी प्रधानमंत्री के साथ मौजूद रहेंगें.सुरत्रा व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस मुख्यालय ने पुलिस अफसरों की नियुक्ति का आदेश जारी कर दिया है जिनमें 7 आईपीएस अधिकारी को विशेष शाखा में इन सभाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई है. इनमें पुष्कर आनंद, राजीव कुमार मिश्रा, डॉ इनामुल हक, सुशील कुमार , सत्यनारायण कुमार,रामाशंकर राय और मिथिलेश कुमार शामिल हैं इनके अलावा डीएसपी रैंक के अशोक कुमार, नूरुल हक, हरीश शर्मा सिंह और जितेंद्र कुमार सिंह विशेष शाखा में प्रतिनियुक्त किए गए हैं. प्रतिनियुक्त अधिकारी विशेष शाखा के एडीजी को रिपोर्ट करेंगे. प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में सुरक्षा और विधि व्यवस्था के मद्देनजर अतिरिक्त पुलिस अधिकारी और जवान भी रहेंगे