पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित किए जा चुके हैं. चुनाव में 125 सीटें लाकर एनडीए ने जीत हासिल की है. वहीं, महागठबंधन को 110 सीटें ही मिलीं, जबकि सरकार बनाने के लिए कम से कम 122 सीटें चाहिए थी. ऐसे में परिणाम घोषित किए जाने के बाद एक ओर जहां एनडीए नए सरकार की गठन में जुटी हुई है, वहीं, दूसरी तरफ तेजस्वी चुनाव आयोग पर वोटों की गिनती में गड़बड़ी का आरोप लगातर उन्हें हराने की बात कह रहे हैं.


इसी क्रम में सूबे के डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने ट्वीट कर आरजेडी पर निशाना साधा है. सुशील मोदी ने ट्वीट कर लिखा, " राजद ने लालू-राबड़ी की तस्वीर सिर्फ चुनावी पोस्टर से हटायी, जंगलराज वाला मिजाज नहीं छोड़ा." उन्होंने लिखा कि चुनाव परिणाम के बाद महागठबंधन में दो स्वर साफ हैं. राजद के सहयोगी दल जहां अपेक्षा के अनुरूप सीटें न जीत पाने पर आत्ममंथन कर रहे हैं. वहीं राजद कई सीटों पर हराये जाने का बेबुनियद आरोप लगा कर अपने समर्थकों को आगजनी-अराजकता के लिए उकसा रहा है.






सुशील मोदी ने लिखा, " 2015 में जब बिहार में महागठबंधन की जीत हुई थी, तब भाजपा ने न ईवीएम में गड़बड़ी का रोना रोया, न कहीं जनादेश के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया, जिन्हें लोकतंत्र और संवैधानिक संस्थाओं पर भरोसा नहीं होता, वे लाठी में तेल पिलाने के लिए कान फूंकते हैं और टायर जलाकर जनमत का अपमान करते हैं."


बता दें कि गुरुवार को बिहार के आरा में राजद कैंडिडेट की हार से नाराज कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम और आगजनी की थी. भोजपुर के उदवंतनगर प्रखंड के मलथर और जीरो माइल पर सैकड़ों की संख्या में राजद कार्यकर्ता सड़क पर उतरे. कार्यकर्ताओं ने आरा-मोहनिया मुख्य मार्ग को कई घंटे तक जाम रखा. इस दौरान जिला प्रशासन और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कार्यकर्तओं द्वारा कई गाड़ियों को तोड़ा गया. सड़क पर लोगों से लाठी डंडे और बेल्ट से मारपीट भी की गई.


राजद कार्यकर्ताओं का आरोप था कि भोजपुर जिला प्रशासन की ओर से जानबूझकर आरा विधानसभा और बड़हरा विधानसभा के राजद प्रत्याशियों को चुनाव हरा दिया गया. यह सारा खेल जिला प्रशासन और राज्य सरकार की मिलीभगत से हुआ. राजद कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन की वजह से सड़क पर आवागमन 3 घंटे तक बाधित रहा, बाद में जिला प्रशासन ने किसी तरह मामले को शांत कराया.