पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में बहुमत हासिल करने के बाद आज एनडीए ने नए सरकार का गठन किया. जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने सातवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ राज्यपाल फागू चौहान के समक्ष शपथ ली. सीएम नीतीश के साथ उपमुख्यमंत्री और कैबिनेट के अन्य नेताओं ने भी शपथ ग्रहण की. पिछले 15 सालों की तरह इस बार भी मुख्यमंत्री तो नीतीश कुमार ही बने लेकिन इस बार के चुनाव में बीजेपी के 'बड़े भाई' बनते ही बिहार की राजनीति के कई समीकरण बदल गए हैं.


पहली बार दो उपमुख्यमंत्री


बता दें कि इस बार बिहार की राजनीति में ऐसा पहली बार हुआ है कि 2 उपमुख्यमंत्री बनाए गए हों. इससे पहले राज्य में ऐसा कभी नहीं हुआ है. लेकिन इस बार दो उपमुख्यमंत्री बनाए गए हैं पहले कटिहार के नगर विधायक तारकिशोर प्रसाद और दूसरी बेतिया की विधायक रेणु देवी. दोनों ही विधायक बीजेपी के हैं. मालूम हो कि बिहार में अब तक कि राजनीति में कुल मिला कर केवल 4 डिप्टी सीएम ही रहे हैं.


पहली बार महिला को बनाया गया उपमुख्यमंत्री


पहली बार दो उपमुख्यमंत्री बनाए जाने के साथ-साथ पहली बार किसी महिला विधायक को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है. नोनिया समाज से आने वाली बेतिया की विधायक रेणु देवी बिहार की पहली महिला उपमुख्यमंत्री होंगी. इससे पहले बिहार में ऐसा नहीं हुआ है. बता दें कि रेणु देवी काफी समय से पार्टी से जुड़ी हुईं हैं और 4 बार बेतिया के विधायक भी रह चुकी है. महिला उपमुख्यमंत्री बनाना इस बार के चुनाव में एनडीए की जीत में महिला वोटर का बड़ा योगदान रहने से जोड़कर देखा जा रहा है.


कैबिनेट में एक भी मुस्लिम मिनिस्टर नहीं


इस बार नीतीश के कैबिनेट में एक भी मुस्लिम विधायक को जगह नहीं दी गई है. स्वर्ण, पिछड़ा, अतिपिछड़ा, ओबीसी और ईबीसी वर्ग से आने वाले नेताओं के कॉम्बिनेशन से बने इस बार के नीतीश के कैबिनेट में मुस्लिम नेताओं को जगह नहीं मिली है.


एनडीए सरकार में पहली बार बीजेपी नेता विधानसभा स्पीकर


बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री नंद किशोर यादव को बिहार विधानसभा का नया स्पीकर बनाया गया है. ऐसा पहली बार हुआ है कि एनडीए सरकार में बीजेपी का कोई नेता विधानसभा स्पीकर बना हो, इससे पहले जब भी एनडीए की सरकार बनी है, स्पीकर हमेशा जेडीयू के ही किसी नेता को बनाना गया है. लेकिन इस बार यह कुर्सी बीजेपी को चली गई है.


यह है चुनाव परिणाम


बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए ने 225 सीटों पर जीत हासिल की, जिसमें बीजेपी ने 74, जेडीयू ने 43, हम ने 4 और वीआईपी ने 4 विधानसभा सीटों पर कब्जा किया. बिहार चुनाव में ऐसा पहली बार हुआ है जब गठबंधन में चुनाव लड़ते हुए बीजेपी ने जेडीयू से अधिक सीट लायी हो.


यह भी पढ़ें- 


बिहार: CM नीतीश कुमार ने कहा- बीजेपी नेताओं से पूछें क्यूं नहीं सुशील मोदी को बनाया गया उपमुख्यमंत्री

नीतीश कुमार के बारे में कितना जानते हैं आप? पढ़ें बिहार के CM के बारे में सबकुछ