पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के लिए पिछले चुनाव के तर्ज पर इस बार भी जेडीयू नही जारी करेगी घोषणा पत्र . 7 निश्चय योजना-2 की योजनाओं को पार्टी के निश्चय पत्र के रूप में आगे किया जा रहा है, और इसे हीं घोषणापत्र माना जा सकता है. पिछले विधानसभा चुनाव में भी सात निश्चय को ही जेडीयू ने आगे किया था सूत्रों की माने तो एनडीए का कोई सामूहिक घोषणा पत्र जारी हो सकता है इस पर चर्चा चल रही है.
चुनाव की घोषणा के दिन ही सात निश्चय योजना-2 का ऐलान
चुनाव की घोषणा के दिन हीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सात निश्चय-2 का ऐलान किया था. मुख्यमंत्री ने इसके ऐलान के साथ हीं बताया था कि अगली बार जब काम करने का मौका मिलता है तो बिहार के लिए उनकी क्या प्राथमिकताएं होंगी. इसके पहले विधानसभा चुनाव में भी मुख्यमंत्री ने सात निश्चय योजना के बारे में चुनाव में चर्चा की थी बाद में सरकार बनने के बाद सरकार के कार्यक्रमों में शामिल हो गई सात निश्चय की योजनाएं. गठबंधन बदलने के बाद भी सात निश्चय की योजनाएं बिहार के कार्यक्रम में शामिल रही और उन पर काम होता रहा.
सात निश्चय-2 के तहत पहला कार्यक्रम "युवा शक्ति बिहार की प्रगति"
सात निश्चय-2 के तहत सबसे पहला कार्यक्रम युवा शक्ति विहार की प्रगति इस योजना के तहत बिहार में उद्यमिता को बढ़ावा दिया जाएगा जिससे युवा स्वयं उद्यमी बन सकेंगे, और अन्य लोगों को भी रोजगार के अवसर उपलब्ध करा सकेंगे. युवाओं के बड़े स्तर पर तकनीकी प्रशिक्षण के लिए मेगा स्किल सेंटर स्थापित करने की योजना आगे बढ़ेगी टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में प्रशिक्षण दिया जाएगा इसमें सोलर ड्रोन तकनीक ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क ट्रांस फॉर्मर मैन्युफैक्चरिंग इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी आदि शामिल है.
सशक्त महिला सक्षम महिला
सात निश्चय योजना-2 में महिलाओं के लिए भी योजनाएं शामिल हैं.इसके तहत महिलाओं में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए विशेष योजनाएं लाई जाएंगी परियोजना लागत की 50 फ़ीसदी राशि अनुदान के रूप में दी जाएगी.
हर प्रमंडल में होगा टूल रूम
सात निश्चय-2 के अनुसार प्रत्येक प्रमंडल में टूल रूम और ट्रेनिंग सेंटर स्थापित किया जाएगा. टूल रूम में कई क्षेत्रों के नये और अत्याधुनिक मशीनें एक स्थान पर उपलब्ध होंगी. 10वीं और 12वीं पास युवाओं के लिए भी इनमें दीर्घकालीन प्रशिक्षण पाने के बाद युवाओं को उच्च तकनीक वाले क्षेत्र में रोजगार मिलने की सहूलियत होगी.
स्वच्छ गांव समृद्ध गांव
सात निश्चय योजना-2 में गांवों के विकास की भी योजनाओं शामिल हैं इसके तहत गांव में सोलर स्ट्रीट लाइट और ठोस और तरल कचड़े का प्रबंधन किया जाएगा.
संस्थानों की गुणवत्ता बढ़ाने की योजना
पिछले 5 वर्षों में जिला और अनुमंडल स्तर पर कई संस्थानों का निर्माण कराया गया है इसे विस्तार देते हुए प्रत्येक आईटीआई और पॉलिटेक्निक संस्थानों के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया जाएगा.