पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण के चुनाव पर सबकी निगाहें टिकी हुई है. राजनैतिक दलों को भी सारी उम्मीदें इस चरण से है और इस चरण में बाजी किसके हाथ में लगेगी यह तय करने में 18 से 19 साल की उम्र के 43 लाख 2 हजार 765 नये वोटरों की अहम भूमिका रहेगी और इन नये वोटरों में अपना भविष्य तलासती तमाम राजनीतिक पार्टियों ने अपने एपने पिटारे की आजमाइश युवाओं के लिए कर डाली.
पहली बार वोट देकर अपना मतदाता चुनने वाले इन युवा वोटरों पर सभी दलों की नजरें टिकी थीं और इसके लिए सब ने अपने अपने हथकंडे आजमाए. खाश तौर पर शोसल मिडिया के माध्यम से इन तक पहुंचने की जुगत सबसे ज्यादा देखी गई. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी हर रैली में पुराने वोटरों को संबोधित करते हुए यह कहते देखे गए कि नई पीढ़ी की को जरूर बता दें कि 15 साल पहले क्या होता था बिहार में. वहीं महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव तो पूरे प्रचार के दौरान नौकरी रोजगार पर हीं अपने चुनाव को फोकस रखा.
महिला वोटरों की संख्या अधिक
तीसरे चरण में युवा वोटरों के साथ साथ महिला वोटरों के रुख भी तय करेगा कि बाजी किसके हाथ लगेगी. इस चरण में 2 करोड़ 35 लाख वोटर हैं जिनमें 66 लाख 1 हजार 516 वोटर नए हैं वहीं पुरुष वोटर 28 लाख 1 हजार 436 और पुरुषों से ज्यादा महिला वोटर 3 7 लाख 9 हजार 956 है. इसके साथ हीं नए वोटरों में भी महिलाओं की संख्या पुरुषों के मुकाबले लगभग एक लाख अधिक है.
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