पटना: महागठबंधन से किनारा कर चुके आरएलएसपी सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी. पीसी के दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा है कि वे सृजन घोटाले के चलते भाजपा के सामने नतमस्तक हैं. सृजन घोटाला या अन्य मामला बाध्य करता है कि वो भाजपा के साथ बने रहें. वहीं भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा में अति पिछड़ों, दलितों और ऊंची जाति के गरीब लोगों के लिए कोई स्थान नहीं है.
कुशवाहा ने चिराग को दी नसीहत
उपेन्द्र कुशवाहा ने लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान को नसीहत देते हुए कहा है कि अगर वे कलेजा चीर कर भी रख देंगे तो भी भाजपा उनको अपने साथ नहीं लेगी. चिराग पासवान दलित समाज का विशेष प्रतिनिधित्व करते हैं, इसको भाजपा के लोग बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं. वहां ऐसे लोगों की गुंजाइश है, जो सिर्फ नतमस्तक होकर उनकी जी हुजूरी करें.
भाजपा के लोग नहीं देंगे साथ
उन्होंने कहा कि हमने भी महसूस किया है कि जिस दिन हमने नतमस्तक होने के बजाय बराबरी की बात की, हमारे साथ गलत किया गया. चिराग पासवान लाख कहें कि उनके दिल में नरेंद्र मोदी बसते हैं, फिर भी भाजपा के लोग उनका साथ नहीं देंगे. ऐसे में चिराग पासवान भाजपा से अलग होकर अपनी विरासत संभालें, अन्यथा वो अपनी विरासत नहीं संभाल पाएंगे.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि 21 अक्टूबर को वे सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के साथ मंच साझा करेंगे. इसके अलावे बसपा सुप्रीमो मायावती और एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन औवेसी के साथ भी मंच साझा करेंगे.