बिहार चुनाव: बीजेपी का ट्रंप कार्ड साबित हुए योगी, जहां की रैली वहां मिला पार्टी को फायदा
बीजेपी के ट्रंप कार्ड इस चुनाव में साबित हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिनका चुनाव प्रचार में फोकस सिर्फ उन इलाकों पर था, जहां पिछले चुनाव में बीजेपी की हार हुई थी
पटना: विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने इस बार पूरी तरह सतर्कता बरतते हुए पिछले चुनाव में हुए नुकसान वाले सीटों पर साधा निशाना. मतगणना में लगातार बढ़ रहे बीजेपी के रुझान इस बात की गवाही दे रहे हैं कि 2015 के चुनाव में हुए महागठबंधन से नुकसान को पार्टी ने बारीकी से मंथन कर उन सीटों पर अपनी बढ़त बनावे के लिए ऐसा ट्रंप कार्ड खेला कि निशाना बिल्कुल सटीक बैठा और बाजी बीजेपी के हाथ लग गई. बीजेपी के ट्रंप कार्ड इस चुनाव में साबित हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिनका चुनाव प्रचार में फोकस सिर्फ उन इलाकों पर था, जहां पिछले चुनाव में बीजेपी की हार हुई थी.लोक सभा हो या विधानसभा बीजेपी के स्टार प्रचारक योगी आदित्य नाथ का असर हर चुनाव में दिखता है. इस बार हुए बिहार चुनाव में भी योगी ने लगातार प्रचार किया, जिसका फायदा अभी तक के रुझानों में बीजेपी को साफ मिलता दिखा है और अब तक के रुझानों से बिहार में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है. अब ऐसे में ये कहना गलत नही होगा कि बीजेपी का दांव सही निकला और योगी आदित्यनाथ का बिहार में रैलियों का जादू चल निकला. और योगी की रैली वाले क्षेत्रों में आज बीजेपी की शानदार बढ़त दिख रही है.योगी आदित्यनाथ के रैलियों पर नजर डालें तो बीजेपी के लिए 6 दिनों में लगातार योगी ने 18 रैलियां की थीं. पहले चरण के चुनाव के पहले सीएम योगी ने 6 मुख्य सीटों पर चुनाव प्रचार किया था जिनमें जमुई,तरारी,पालीगंज,काराकाट, अरवल सीटें शामिल थीं ये वो सीटें थीं जिनमें 2015 के चुनाव में बीजेपी को शिकस्त मिली थी.इसके बाद सीएम योगी ने जिन वििधान सभा क्षेत्रों में प्रचार किया था उनमें भागलपुर, गोविंदगंज,पूर्णिया, सिवान,दरभंगा ,गोरेयाकोठी,झंझारपुर और सहरसा शामिल रहा जहां की बढ़ते रुझान इस बात की गवाही दे रहे हैं कि ट्रंप कार्ड ने यहां भी जलवा बिखेरा है.