पटना: बिहार विधान सभा के ऐलान के साथ हीं बिहार में जोड़-तोड़ की राजनीति तेज हो गई. अभी एनडीए, महागठबंधन के टुटते जुड़ते रिश्तों की आग ठंडी भी नही हुई थी कि बिहार में उपेन्द्र कुशवाहा के नेतृत्व में एक नये गठबंधन ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेक्यूलर फ्रंट का गठन किया गया है.  इस गठबंधन में शामिल हैं. आरएलएसपी, एआईएमआईएम, बीएसपी, समाजवादी जनतादल,डेमोक्रेटिक जनतांत्रिक पार्टी सोशियलिस्ट, और सूहेलदव भारतीय समाज पार्टी. बिहार विधान सभा चुनाव में यह फ्रंट 243 सीटों पर चुनाव लडेगा. इस गठबंधन में मुख्यमंत्री पद के दावेदार होंगे उपेन्द्र कुशवाहा. ज्वाइंट प्रेस कांफ्रेंस के दौरान दलों के वरिष्ठ नेताओं ने जीत की भी दावेदारी ठोंकी


उपेन्द्र कुशवाहा ने कही ये बातें


उपेन्द्र कुश्वाहा ने कहा नीतीश कुमार जी आपने वायदा किया था बिहार को आगे बढ़ायेंगे,राजद के 15 साल के बदले आपने 5 साल मांगा आपको 15 साल मिल गया है. बिहार लगातार पीछे जा रहा है, बिहार का कुछ नही हुआ, रोज़गार नाम की चीज़ नही है. बिहार के बिगडते हालात को संभालने के लिए ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेक्युलर फ्रंट का निर्माण हुआ है. जो बिहार को बदहाली से मुक्ति दिलाएगी.


एआईएमआईएम नेता ओवैसुद्दीन ओवैसी का बयान


इस फ्रंट के गठन पर एआईएमआईएम नेता ओवैसुद्दीन ओवैसी ने कहा कि उपेन्द्र कुशवाहा हमारे गठबंधन के मुख्यमंत्री का चेहरा हैं. और बिहार की जनता से अपील की वो हमें अपना आशीर्वाद दें. और इस एलायंस को जिताएं. उपेन्द्र जी,बी एस पी सभी का शुक्रिया की हमलोग एक गठबंधन बना सकें. ये विकल्प है और बिहार की जनता के हक में है.


बीएसपी नेता ने  कही ये बातें


बीएसपी के बिहार प्रभारी रामजी सिंह ने कहा कि ये फ्रंट बिहार की तकदीर लिखेगा. अगर बिहार की जनता ने मौका दिया, तो जिस तरह से उत्तर प्रदेश में बहन मायावती का कानून का राज था, एक भी दंगा नही हुआ, कई युनिवर्सिटी बने, शिक्षा मुफ्त कर दिया, गरीबों को घर बना कर दिया. वैसे ही बिहार में भी करेंगे. बिहार के लोगों ने बहुत झेला अब कुछ नया करने की जरूरत है, एक बार बदल कर तो देखिए.
नित नए फ्रंटों गठन ने इतना तो साफ कर दिया है, कि बिहार के विकास का दावा करने वाले नेता बिहार का विकास करें ना करें नई नई पार्टियों का विकास चुटकी बजा कर करने में माहिर हैं.