पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में चुनावी वादों का पिटारा हर दल खोलता है इसी के मद्देनजर महागठबंधन में शामिल दलों ने अपना पिटारा खोल दिया और संयुक्त घोषणा पत्र जारी कर दिया है. इस घोषणा पत्र को जारी करने के लिए आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव,सांसद मनोज झा,कांग्रेस से रणदीप सुरजेवाला ,प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा,सी पी आई एम एल से शशि यादव,सी पी एम अरुण मिश्रा,सी पी आई से राम बाबू कुमार मौजूद रहे.महागठबंधन ने जो मेनी फेस्टो जारी किया उसे " बदलाव के संकल्प "का नाम दिया जिसमें साझा सामूहिक घोषणाओं के साथ इनका कॉमन मिनिमम प्रोग्राम भी शामिल है.
तेजस्वी यादव की घोषणाएं
इस घोषणापत्र को जारी करते हुए महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के दावेदार तेजस्वी यादव ने कहा. नवरात्रि का पहला दिन है और आज हम लोग कलश का स्थापना कर संकल्प लेते हैं. हमने भी अपने घर में कलश की स्थापना की है और संकल्प लिया है. 'प्रण हमारा संकल्प बदलाव का' ये सच होने वाला है. हमने संकल्प लिया है कि अगर हमारी सरकार बनती है तो हमने पहले भी कहा 10 लाख नौकरी पहले केबिनेट की बैठक में,परीक्षा केन्द्र जाने का किराया और नौकरी के लिये आवेदन निशुल्क कर देंगे. कर्पूरी सेवा केन्द्र पूरे देश में प्रवासी मज़दूरों के लिये खुलेगा. नियोजित शिक्षकों के लिये सामान काम सामान वेतन करेंगे. पुल पुलिया और मोडर्न हवाईअड्डा सब तैयार करेंगे. कृषि ऋणं माफ करेंगे. जीविका और आशा दीदी की मानदेय बढ़ा देंगे. बिहार में बिजली का ज्यादा उत्पादन शुरु करेंगे ताकी बाहर से महंगी बिजली नही लेनी पड़े. साथ ही तेजस्वी ने कहा कि हम ठेठ बिहारी है जो कहते हैं वो करते हैं. मेरा डीएनए शुद्ध है.
कांग्रेस ने कही ये बातें
इस मौके पर प्रेस को संबोधित करते हुए कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रनदीप सुरजेवाला ने कहा कि ये चुनाव नयी तरुणाई का चुनाव है,ये चुनाव खुद्दारी और तरक्की का चुनाव है. नीतीश कुमार और सुशील कुमार मोदी ने पीठ में छुरा घोंपा ये बिहार के लोग बर्दाश्त नही करेंगे. ये लोग जुबान नही कलम के भी बेइमान हैं. भाजपा के 3 गठबंधन,बीजेपी जद यू,बीजेपी और एल जे पी और बीजेपी और ओवैसी का गठबंधन,तीन ठगबन्धन है इनका.
भाकपा माले ने क्या कहा
इस मौके पर भाकपा माले का प्रतिनिधित्व कर रही शशि ने कहा कि बिहार में हाथरस जैसी घटना नहीं होगी. नीतीश जी के कैबिनेट में मुजफ्फरपुर जैसे बालिका गृह कांड के आरोपी बैठते हैं, हमारी सरकार में बर्दास्त नही किया जाएगा. लाखों की संख्या में आशा बहने जीविका दीदी समेत उन तमाम संविदा पर बहाल लोगों को स्थायी करने की पहल की जाएगी और उन्हें नियमित वेतन दिया जाएगा. गरीबों को उजाड़ा नहीं जाएगा.
सीपीआई का बयान
सीपीआई का प्रतिनिधित्व कर रहे राम बाबू कुमार ने इस प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि इस बार का चुनाव इतिहास के कोर्स कनेक्शन का चुनाव है. बिहार की जनता ने तो 2015 में ही एनडीए की सरकार को बाहर कर दिया था. मै समझता हूं तेजस्वी यादव जी के नेतृत्व में हम लोग नई बिहार बनायेंगे. सीपीएम के अरुण मिश्रा ने कहा कि नीतीश कुमार ने उम्दा तरीके से BJP के लिये बिहार में जमीन तैयार की है.