बिहार चुनावः रामेश्वर चौरसिया ने ऐन मौके पर लिया यू-टर्न, LJP उम्मीदवार के तौर पर किया नामांकन
रामेश्वर चौरसिया ने कहा कि कार्यकर्ताओं एवं मतदाताओं का मान सम्मान रखने के लिए मैंने यह निर्णय लिया. पिछले 30- 35 सालों में सासाराम की जो नारकीय स्थिति बनी हुई है उसे देख कर मुझसे रहा नहीं गया.
रोहतास: सासाराम सीट जेडीयू की झोली में जाने से नाराज होकर बीजेपी के नोखा के पूर्व विधायक रामेश्वर चौरसिया ने कमल छोड़ बंगला का रुख किया फिर बीजेपी के आलाकमानों की फोन कॉल पर सिंबल वापस कर दिया.लेकिन फिर रातों रात निर्णय बदला और आज एलजेपी से सासाराम के उम्मीदवार के रुप में पर्चा भरा.
नामांकन करने पहुंचे चौरसिया ने कही ये बातें
रामेश्वर चौरसिया ने कहा कि जब अपने कार्यकर्ताओं के बीच गए तो कार्यकर्ताओं की आंखों में आंसू और चुनाव लड़ने की जिद पर वापस फिर बंगले में शरण ले ली. कार्यकर्ताओं के साथ-साथ लोगों ने कहा भाजपा नहीं तो लोजपा से लड़ लीजिए क्योंकि हम लोग दोनों को एक ही मानते हैं. कार्यकर्ताओं एवं मतदाताओं का मान सम्मान रखने के लिए मैंने यह निर्णय लिया. पिछले 30- 35 सालों में सासाराम की जो नारकीय स्थिति बनी हुई है उसे देख कर मुझसे रहा नहीं गया और मैंने सासाराम के उद्धार को लेकर सासाराम विधानसभा सीट से ही चुनाव लड़ने का निर्णय लिया.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर किया हमला
चौरसिया ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी जमकर निशाना साधते हुए कहा, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा चलाई जा रही योजनाएं आज कोई भी धरातल पर नहीं उतरी है. सभी योजनाओं में भ्रष्टाचार व्याप्त है . जिसका जीता जागता उदाहरण नल जल योजना है. बिहार में नीतीश कुमार ने शराबबंदी का कानून बनाया है लेकिन आज भी बिहार में शराब की नदियां बहती है.साथ हीं ये सवाल उठाया कि जब बिहार में शराब बंद है तो बिहार में पहुंचता कहां से है