पटना: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव में जनता दल (यू) के खिलाफ लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) चुनाव लड़ेगी या नहीं इसका फैसला एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान करेंगे. पार्टी ने सोमवार को पासवान को इसके लिए अधिकृत किया है. इस बीच खबर है कि चिराग पासवान अपनी पार्टी एलजेपी के उम्मीदवारों को अब जेडीयू के खिलाफ मैदान में उतारने की सोच रहे हैं.


इसके साथ ही एलजेपी ने 143 विधानसभा क्षेत्रों के लिए प्रत्याशियों की सूची बनाने का निर्णय लिया है. सूत्रों ने बताया कि पासवान ने पार्टी के बिहार से संसदीय बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता की. बैठक में एलजेपी के कुछ नेताओं ने दावा किया कि नीतीश कुमार अब लोकप्रिय नेता नहीं रह गए हैं और राज्य सरकार नौकरशाहों पर आवश्यकता से अधिक निर्भर है.


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इस बीच जेडीयू ने कहा कि राज्य में जो भो पार्टी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का हिस्सा है उसे कुमार के नेतृत्व को स्वीकार करना होगा. जेडीयू प्रवक्ता के सी त्यागी ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा समेत भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने कहा था कि बिहार विधानसभा चुनाव में राजग कुमार ने नेतृत्व में लड़ेगा.


त्यागी ने कहा कि जेडीयू ने बिहार और अन्य राज्यों में भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा है लेकिन राजग के किसी अन्य दल के साथ नहीं. त्यागी ने कहा, “चाहे 2005 हो, 2010 या 2015 विधानसभा चुनाव, हमने एलजेपी के साथ मिलकर कभी चुनाव नहीं लड़ा.”


एलजेपी सूत्रों ने कहा कि बैठक में पार्टी के कई नेताओं ने दावा किया कि राज्य के लोग कुमार के नेतृत्व से खुश नहीं हैं और कोविड-19 महामारी के समय चुनाव कराने को लेकर आक्रोशित हैं.