बिहार: बिहार विधानसभा चुनाव के लिए महागठबंधन की पार्टियों के बीच सीटों के बंटवारे का एलान हो गया. आरजेडी के पास 144 सीट और कांग्रेस 70 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. वाम दलों को 30 सीटें मिली हैं. महागठबंधन का नेतृत्व तेजस्वी यादव करेंगे. हालांकि सीटों के बंटवारे के एलान के लिए आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में महागठबंधन की किरकिरी हुई, जब मंच पर मौजूद वीआईपी के नेता मुकेश सहनी विश्वासघात का आरोप लगा कर प्रेस कॉन्फ्रेंस से बाहर निकल गए.
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने सीटों के बंटवारे का एलान करते हुए बताया कि सीपीएम 04, सीपीआई 06, सीपीआई एमएल 19 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. कांग्रेस को 70 सीटें मिली हैं. इसके साथ ही वाल्मीकिनगर सीट से लोकसभा उपचुनाव पर भी कांग्रेस उम्मदीवार उतारेगी. आरजेडी के पास 144 सीटें हैं, जिसमें से कुछ सीटों पर वीआईपी और जेएमएम को टिकट देने पर चर्चा चल रही है.
वीआईपी के सीटों का एलान करने की मांग को लेकर पार्टी कार्यकर्ता नारेबाजी करने लगे. उन्हें शांत करवाने के लिए जब माइक मुकेश सहनी को दिया गया तो उन्होंने सबको चौंकाते हुए कहा, "मैं अतिपिछड़ा का बेटा हूं. मेरे साथ जो हो रहा है, वह मेरी पीठ में खंजर घोपने का काम किया जा रहा है." समर्थकों की नारेबाजी के बीच मुकेश सहनी ने कहा कि मैं गठबंधन से अलग हो रहा हूं और प्रेस कॉन्फ्रेंस से उठ कर चले गए.
मुकेश सहनी के इस रुख पर कांग्रेस नेता अविनाश पांडे ने कहा कि जो हुआ दुर्भाग्यपूर्ण था. लेकिन सब ठीक हो जाएगा. तेजस्वी उनसे बात कर इसे ठीक कर लेंगे.
इससे सीटों के एलान से पहले महागठबंधन के मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर तेजस्वी के नाम पर मुहर लगी. कांग्रेस ने कहा कि तेजस्वी यादव महागठबंधन के
नेता होंगे. नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए तेजस्वी यादव ने भरोसा दिलाया कि वह अपने वादों को पूरा करेंगे और सभी जातियों को साथ लेकर चलेंगे. तेजस्वी ने पहली कैबिनेट में दस लाख सरकारी नौकरी देने का वादा दोहराया.
सीटों के बंटवारे के बाद अब पहले चरण के चुनाव के लिए उम्मदीवारों के एलान का इंतजार है. पहले चरण के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 8 अक्टूबर है.