नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. खास बात है कि कोरोना के कारण इस बार ऑनलाइन नामांकन भी हो सकेंगे, लेकिन उम्मीदवारों को नामांकन का प्रिंटआउट जमा करना होगा. ऑफलाइन नमांकन की सुविधा पहले की तरह उपलब्ध रहेगी.
चुनाव प्रचार के दौरान जनसभाओं में उम्मीदवारों को सामाजिक दूरी के नियमों का कड़ाई से पालन करना होगा. नामांकन दाखिल करने के लिए उम्मीदवार के साथ दो लोग जा सकते हैं. उम्मीदवार को मिलाकर 5 लोग घर-घर जाकर कैंपेनिंग कर सकते हैं. नामांकन के लिए 2 से ज्यादा गाड़ियों का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे उम्मीदवार.
चुनाव आयोग ने कहा, सोशल मीडिया का इस्तेमाल सांप्रदायिक तनाव और उपद्रव फैलने के लिए करने पर परिणाम भुगतने होंगे. नफरत फैलाने वाले भाषण देने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा.
28 अक्टूबर, 3 नवंबर और 7 नवंबर को मतदान
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बताया कि बिहार विधानसभा चुनाव कुल तीन चरणों में होंगे. पहले चरण में 16 जिलों के 71 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव होंगे. दूसरे चरण में कुल 17 जिलों के 94 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होंगे. तीसरे चरण में 15 जिलों के 78 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होंगे.
उन्होंने बताया कि पहले चरण के लिए एक अक्टूबर को अधिसूचना जारी होगी. पहले चरण के लिए 28 अक्टूबर, दूसरे चरण के लिए तीन नवंबर और तीसरे चरण के लिए 7 नवंबर को मतदान होगा. वोटों की गिनती 10 नवंबर को होगी. पहले चरण के मतदान में करीब 31,000 बूथ पर वोट डाले जाएंगे, दूसरे चरण में 42,000 बूथ पर और तीसरे चरण में साढ़े 33 हजार बूथ पर वोट डाले जाएंगे.
मतदान का समय बढ़ाया गया
मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि कोरोना काल के कारण सभी तरह की सावधानियों के साथ बिहार के विधानसभा चुनाव होंगे. चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव में मतदान के लिए एक घंटे का समय बढ़ाया है. सुबह सात से शाम छह बजे तक मतदान होगा. पहले शाम पांच बजे तक मतदान होता था. हालांकि, यह सुविधा नक्सल प्रभावित इलाकों में नहीं होगी. कोविड-19 के साए में होने जा रहे बिहार चुनाव के दौरान जहां भी जरूरत होगी और आग्रह किया जाएगा, वहां डाक मतदान की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी.
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