सुपौल: बिहार में शराबबंदी कानून लागू है, इसके बावजूद शराब पीने और पिलाने का दौर जारी है. शराबबंदी वाले बिहार में लोग धड़ल्ले से शराब पी रहे हैं. ताजा मामला सूबे के सुपौल जिले का है, जहां सरकारी स्कूल के क्लास रूम से बड़ी संख्या में शराब की खाली बोतलें बरामद की गई हैं. क्लास रूम से बोतलें बरामद होने के बाद स्कूल प्रबंधन में हड़कंप मच गया है. मामला सदर थाना के वार्ड नंबर-11 स्थित कन्या मध्य विद्यालय का है.


टीचर ने डीईओ को दी सूचना


मिली जानकारी अनुसार शुक्रवार की सुबह जब स्कूल खुली और स्टूडेंट्स और टीचर स्कूल के अंदर गए तो उनकी नजर शराब की खाली बोतलों पर पड़ी. शराब की बोतलें देख वो दंग रह गए. उन्होंने तत्काल इसकी सूचना डीईओ को दी. सूचना पाकर अधिकारी और स्थानीय थाना पुलिस मौके पर पहुंचे और मामले की जांच में जुट गए.


मामले की जांच में जुटी पुलिस


इधर, घटना के संबंध में जब डीईओ से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वे बीईओ को वहां भेजकर मामले की जांच कराई जा रही है. जांच के बाद ही पूरी घटना सामने आएगी. बहरहाल, स्कूल में शराब की बोतलें किसने रखी और किस नीयत से रखी ये जांच का विषय है. लेकिन, शराबबंदी वाले बिहार में स्कूल से शराब की बोतलें बरामद होने से कानून की सफलता पर सवाल उठना लाजमी है.


गौरतलब है कि सीएम नीतीश ने अधिकारियों को शराबबंदी कानून तोड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. बीते दिनों हुई उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि होली को लेकर विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है. शराब पीने और पिलाने वाले तत्वों पर विशेष नजर रखें. देशी और विदेशी शराब के धंधे में लिप्त लोगों की गिरफ्तारी करें.


कानून तोड़ने वालों पर सख्ती से करें कार्रवाई


सीएम नीतीश ने कहा था कि बड़े शहरों के शराब माफियाओं को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाएं. कोई कितना भी बड़ा व्यक्ति हो, अमीर हो, प्रभावशाली हो, किसी को भी छोड़ना नहीं है. पूरी सख्ती से कार्रवाई करें. उन्होंने कहा था कि यह सुनिश्चित करें कि डिस्ट्रिक्ट लेवल मॉनिटरिंग सेल की बैठक नियमित हो. शराबबंदी के पहले जो लोग शराब के काम में लिप्त थे, उन गरीब गुरबा लोगों के रोजगार के लिए योजना चलायी जा रही है. इसका लाभ उन्हें मिले इसका ध्यान रखें.