धुंध की चादर में लिपटा बिहार, घने कोहरे की वजह से कम हुई विजिबिलिटी, देरी से उड़ रहे विमान
राजधानी पटना ठंड और कोहरे की चादर से लिपटने लगी है, आज सुबह पटना में घने कोहरे छाए रहे. जिसका सीधा असर यातायात पर पड़ने लगा है. कोहरे और धुंध के कारण दिन में भी सड़कों पर वाहन चालकों को हेडलाइट जलाकर चलना पड़ रहा है.
पटना: बिहार में ठंड के साथ कोहरे का भी असर अब दिखने लगा है. रात होते ही राजधानी पटना ठंड और कोहरे की चादर से लिपटने लगी है, आज सुबह राजधानी पटना में घने कोहरे छाए रहे. जिसका सीधा असर यातायात पर पड़ने लगा है. कोहरे और धुंध के कारण दिन में भी सड़कों पर वाहन चालकों को हेडलाइट जलाकर चलना पड़ रहा है . घने कोहरे के कारण पटना में विजिबिलिटी 100 मीटर तक पहुंच गई है. मौसम विभाग की माने तो अगले 24 घंटे में न्यूनतम तापमान में गिरावट और घने कोहरे छाए रहने का पूर्वानुमान जताया है.
बिहार में इन दिनों लगातार कोहरे का असर देखने को मिल रहा है कल (मंगलवार) भी घने कोहरे के कारण पटना एयरपोर्ट से 13 विमान देर से उड़े. घने धुंध के कारण रनवे के आसपास 400 मीटर तक विजिबिलिटी घट गई थी. दोपहर 11 बजे एक हजार मीटर से ऊपर विजिबिलिटी हुई और 2.55 घंटे की देरी से दोपहर 11.15 में यहां पहली लैंडिंग हुई. घने कोहरे में लिपटी बिहार में उत्तर पश्चिम और पश्चिमी हवा के प्रभाव से जहां ठंड में इजाफा देखी जा रही है, वहीं रात होते ही राजधानी पटना घने कोहरे की चादर ओढ़ लेता है. घने कोहरे के कारण विजिबिलिटी में लगातार कमी देखी जा रही है और रात में बिजिबिलिटी घटकर 500 से 400 मीटर तक पहुंचा चुका है.
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक अगले 24 घंटे में घने कोहरे और ठंड से राहत मिलने वाली नहीं है, बल्कि घने कोहरे की वजह से जो सड़क यातायात, रेल यातायात के साथ जो हवाई सेवा है वह भी प्रभावित हो सकती है.बताते चलें कि रिकॉर्ड के अनुसार इस बार सबसे अधिक तापमान में गिरावट 8 दिसम्बर को दर्ज की गई, इस दिन अधिकतम तापमान गिरने से पिछले एक दशक का रिकार्ड भी टूट गया. अधिकतम तापमान में 5.4 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई. अधिकतम तापमान 20.1 सेल्सियस दर्ज किया गया जो पिछले 10 वर्षों में सबसे कम तापमान रहा. मंगलवार को पारा गिरने के साथ पछिया हवा चलने से शीतलहर की स्थिति दिन भर बनी रही.