गया: बिहार के गया से 120 किलोमीटर दूर इमामगंज विधानसभा क्षेत्र के डुमरिया प्रखण्ड के तन्डवा गांव जाने के लिए सोरहर नदी पर आजादी के 73 साल बीत जाने के बावजूद आज तक पुल नहीं बना है. ग्रामीणों ने बताया कि आजादी के इतने बीत साल चुके हैं, लेकिन इस नदी पर पुल निर्माण कार्य कराये जाने का कोरा आश्वासन के अलावा आज तक कुछ नहीं मिला.
उन्होंने कहा कि 20 सालों तक तत्कालीन जेडीयू नेता सह पूर्व बिहार विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी विधायक रहे, पिछले 5 सालों से बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी विधायक हैं, लेकिन दोनों में से किसी ने पुल बनवाने की जरूरत नहीं समझी. चुनाव के समय सभी प्रत्याशी इसी नदी पर पुल बनवाने का आश्वासन देकर तन्डवा के लोगों से वोट लेते रहे हैं. लेकिन अब तक किसी ने वादा पूरा नहीं किया.
उन्होंने बताया कि बरसात के 3 महीने जब नदी का जलस्तर बढ़ जाता है तो आवागमन बंद हो जाता है. ऐसे में कई गांव के ग्रामीणों को परेशानी होती है. जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों का चक्कर लगा-लगाकर थक जाने के बाद हमने खुद चंदा कर चचरी पुल का निर्माण कराया है. वहीं गांव के छात्र-छात्राओं ने बताया कि बरसात के दिनों में ज्यादा पानी आ जाने के कारण पढ़ाई बंद हो जाती है. हमेशा चचरी पुल से गिर जाने का भय बना रहता है.