सीतामढ़ी: बिहार के सीतामढ़ी के बैरगनिया थाना क्षेत्र के आदमवन गांव में युवक की हत्या से आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों का प्रदर्शन जारी है. मृतक के परिजन घटना से इतना नाराज हैं कि उन्होंने हत्या के तीन दिन बीत जाने के बावजूद भी मृतक का अंतिम संस्कार नहीं किया है. परिजनों का कहना है कि पुलिस हत्या के आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर रही है, ऐसे में हमलोग लगातार न्याय के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं.


बता दें कि गुरूवार को कुछ लोगों ने एक युवक की पीट - पीटकर हत्या कर शव को गांव से सटे एक बगीचा में फेंक दिया था. इस घटना के विरोध में परिजनों ने शुक्रवार को बैरगनिया-सीतामढ़ी मुख्य पथ को घंटों जाम रखा था. परिजन और ग्रामीण उस दिन और आज भी घटना में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. इस संबंध में मृतक सुबोध कुमार (24) के भाई नंदू साह ने एक प्राथमिकी दर्ज कराई है, जिसमें गांव के रामश्रय साह समेत आठ-दस लोगों को अभियुक्त बनाया गया है.


प्राथमिकी के अनुसार, अशरफी साह का बेटा सुबोध कुमार गुरूवार की रात घर पर था. रात के करीब 11 बजे रामाश्रय साह समेत आठ-दस लोग उसके घर पर पहुंचे और सुबोध को चुनावी बात पर चर्चा के लिए बाहर लेकर चले गए. प्राथमिकी में मृतक के भाई नंदू साह ने कहा है कि शुक्रवार की सुबह गांव से सटे एक बगीचा में कुछ लोगों ने शव देखा और उसकी पहचान सुबोध के रूप में की. परिजन भी मौके पर पहुंचे और सुबोध के रूप में शव की पहचान की.


नंदू का आरोप है कि आरोपितों ने कहीं और हत्या कर सुबोध के शव को इस बगीचा में फेक दिया था. मृतक की भाभी ने बताया कि घटना की शिकायत करने पर दरोगा द्वारा आवेदन फेंक दिया गया था. हत्या में 15-16 लोग शामिल थे. इतनी बड़ी घटना के बावजूद पुलिस मौके पर नहीं पहुंची. पुलिस सुस्त है और कार्रवाई नहीं कर रही है.


यह भी पढ़ें- 


बिहार: इस विधानसभा चुनाव में कायम रही सियासी मर्यादा, पिछले चुनाव में आयोग ने इन पर की थी कार्रवाई


मिथिलांचल के लोगों का इंतजार खत्म, दरभंगा में हवाई सेवा शुरू, पहला यात्री विमान एयरपोर्ट पर हुआ लैंड