पटना: कोरोना संक्रमण से पीड़ित पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को पटना एम्स में से छुट्टी मिल गयी है. 13 दिनों तक एम्स में भर्ती रहने बाद मांझी आखिरकार कोरोना को मात देकर घर लौट आए हैं. घर लौटते ही उनकी पत्नी ने उनकी आरती उतारी. इधर, घर लौटे मांझी ने बिहार के लोगों को नववर्ष की शुभकामनाएं दी. इसके साथ ही उन्होंने एम्स के डॉक्टरों का भी आभार व्यक्त किया.


जीतन राम मांझी ने कहा कि उन्हें विश्वास था कि वो सही होकर वापस लौट आएंगे. एम्स प्रशासन ने बहुत अच्छा काम किया है, उन्हें कभी यह महसूस नहीं हुआ कि वे बीमार हैं. उनके मन में दृढ़ इच्छा थी कि वे ठीक होंगे और वे अब ठीक होकर घर वापस लौट आए हैं.


उन्होंने कहा, " मैंने परिवार को पहले ही बोल दिया था, मेरे जीवन का कोई भरोसा नहीं है. तुमलोग इसके लिए चिंता नहीं करना. मैं रहूं या नहीं रहूं, तुमलोग अच्छे से रहना. परिवारवालों को मैंने यही बात आज भी बोली है और बोलता रहूंगा क्योंकि यह शरीर नश्वर है. आज नहीं तो कल जाना ही जाना है. इसीलिए इसकी बहुत चिंता करने की जरूरत नहीं है. लेकिन अब मैं पूरी तरह से ठीक होकर घर लौट आया हूँ."


बता दें कि जीतन राम मांझी बीते 13 दिसंबर को कोरोना संक्रमित पाए गए थे. खुद उन्‍होंने ही ट्वीट कर जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने की जानकारी दी थी. इसके बाद चार दिनों तक वे अपने घर पर ही रहे, लेकिन तबीयत बिगड़ जाने पर डॉक्‍टरों की सलाह पर उन्‍हें पटना एम्स में भर्ती कराया गया था. उनके साथ ही परिवार में बहू और पोती को भी कोरोना संक्रमित पाया गया था.


गौरतलब है कि पिछले दिनों मांझी ने अरुणाचल के मुद्दे पर बीजेपी को चेतावनी दी थी. जीतन राम मांझी ने ट्वीट कर कहा था कि अरुणाचल प्रदेश में जो हुआ वह स्वच्छ राजनीति का तकाजा नहीं है. बीजेपी के नेतृत्व से अनुरोध है कि ऐसी गलती दोबारा ना हो पाए इसका ख़्याल रखें. नीतीश कुमार को कमजोर समझने वालों को शायद नहीं पता है कि हम पार्टी मजबूती से उनके साथ हैं.