(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Kangana Ranaut Statement: कंगना के आजादी वाले बयान पर भड़के जीतन राम मांझी, कहा- बिना देर किए वापस ले लेना चाहिए पद्मश्री
कंगना रनौत ने 1947 में मिली भारत की आज़ादी पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि 1947 में भारत को जो आज़ादी मिली थी, वो आज़ादी नहीं भीख थी. असली आज़ादी हमें साल 2014 में मिली है.
पटना: अक्सर अपने बयानों की वजह से विवादों में घिरी रहने वाली बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत फिर एक बार सुर्खियों में हैं. हाल ही में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों पद्मश्री सम्मान पाने वाली अभिनेत्री के भारत की आज़ादी को लेकर दिए बयान ने देशभर का सियासी पारा चढ़ा दिया है. कांग्रेस समेत अन्य पार्टियों के नेता इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. इसी क्रम में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
जीतन राम मंझी ने ट्वीट कर कही ये बात
उन्होंने ट्वीट कर कहा, " महामहिम रामनाथ कोविंद अविलंब कंगना रनौत से पद्म श्री सम्मान वापिस लेना चाहिए. नहीं तो दुनिया ये समझेगी कि गांधी, नेहरू, भगत सिंह, पटेल, कलाम, मुखर्जी, सावरकर सब के सब ने भीख मांगी तो आजादी मिली. लानत है ऐसे कंगना पर. टाइम्स नाउ ऐसे टॉक के लिए माफी मांगे और सभी चैनल कंगना को बैन करें."
कंगना रनौत ने कही थी ये बात
दरसअल, बुधवार को कंगना रनौत ने निजी समाचार चैनल पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान 1947 में मिली भारत की आज़ादी पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि 1947 में भारत को जो आज़ादी मिली थी वो आज़ादी नहीं भीख थी. असली आज़ादी हमें साल 2014 में मिली है. उनके इसी बयान पर बवाल मचा हुआ. बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है.
वरुण गांधी ने ट्विटर पर लिखा है, ‘’कभी महात्मा गांधी जी के त्याग और तपस्या का अपमान, कभी उनके हत्यारे का सम्मान और अब शहीद मंगल पाण्डेय से लेकर रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों का तिरस्कार. इस सोच को मैं पागलपन कहूं या फिर देशद्रोह?’’
यह भी पढ़ें -