मधुबनी: बिहार के मधुबनी जिले के पंडौल प्रखंड के मनरेगा के जूनियर इंजीनियर दिनेश कांत ठाकुर को मंगलवार को 55 हजार रुपए घूस लेते हुए गिरफ्तार कर लिया गया. पटना से आई नौ सदस्यीय निगरानी की टीम ने मधुबनी के कोतवाली चौक स्थित दिनेश के आवास से उन्हें गिरफ्तार किया है. बता दें कि दिनेश दरभंगा के केवटी थाना क्षेत्र के दहीपुरा गांव के रहने वाले हैं और काम के लिए मधुबनी के पंडौल प्रखंड के 11 पंचायत आते हैं.


इस काम के लिए मांगी थी घूस


मिली जानकारी अनुसार दिनेश ने सरसो-पाही गांव के राम बहादुर चौधरी द्वारा किए गए मनरेगा कार्य की मापी पुस्तिका देने के एवज में 55 हजार रुपए घूस की मांग की थी. बिन पैसे दिए मापी पुस्तिका नहीं दी जा रही थी. ऐसे में परेशान रामबहादुर चौधरी ने निगरानी अन्वेषण कार्यालय में जेई के खिलाफ 11 फरवरी, 2021 को शिकायत दर्ज कराई.


जांच के बाद मामला किया गया दर्ज


बता दें कि जिले के पंडौल प्रखंड के सरसो-पाही गांव में लॉकडाउन के दौरान काफी काम किया गया था. लेकिन मनरेगा श्रमिकों को उनकी मेहनत का पैसा नहीं मिल पाया था. जेई पैसे की मांग कर रहे थे और पैसा नहीं देने पर मनरेगा का बिल पास नहीं हो रहा था. ऐसे में निगरानी में शिकायत की गई. शिकायत के बाद निगरानी ने पहले जेई की रेकी की. जांच करने के बाद 26 फरवरी, 2021 को पटना के निगरानी थाना में मामला दर्ज किया गया.


घूस लेते रंगे हाथ किया गिफ्तार


निगरानी टीम की अगुवाई डीएसपी समीर चंद्र झा, डीएसपी अरुण पासवान और इंस्पेक्टर मिथिलेश कुमार जायसवाल ने मधुबनी में अपना जाल बिछाया. वहीं, जैसे ही मंगलवार को तकरीबन 4.30 बजे राम बहादुर चौधरी द्वारा 55 हजार रुपए घूस जेई दिनेश कांत ठाकुर को दिया गया. वैसे ही जेई दिनेश को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया.


गिरफ्तारी के बाद घूसखोर जेई दिनेश कांत ठाकुर को निगरानी की टीम पटना ले कर चली गयी, जहां उनपर आगे की कार्रवाई की जाएगी. इधर, उनकी गिरफ्तारी से घूसखोरों में हड़कम्प मचा हुआ है.


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