परिजन बने प्यार के दुश्मन तो प्रेमी के घर पहुंची युवती, बहन की शादी के लिए बनाए गए मंडप में लिए 'फेरे'
परिजनों की सहमति पर लड़के की बहन की शादी के लिए 15 दिनों पहले बनाए गए मंडप में ही वैदिक रीति रिवाज से दोनों की शादी संपन्न करा दी गई. इस मौके पर भोज का भी आयोजन किया गया. शादी के बाद प्रेमी युगल काफी खुश दिखा.
बक्सर: बिहार के बक्सर जिले में अनोखी शादी का मामला सामने आया है. मामला जिले के चौसा प्रखंड के खोचाड़ी गांव का है, जहां प्रेमी के प्यार में पागल घर से भागकर आई युवती की मुखिया और ग्रामीणों के पहल पर शादी करा दी गई. मिली जानकारी अनुसार कोचाढ़ी गांव निवासी केदार राजभर का बेटा दीपू जिले के नावानगर थाना के मुकुंदडेरा गांव स्थित अपने ननिहाल में रहकर पढ़ाई करता था.
पढ़ाई के दौरान हुआ प्यार
इसी दौरान स्वजातीय टेंगारी राय की बेटी फूलकुमारी से उसे प्यार हो गया. दोनों छुप-छुपकर मिलने लगे, धीरे-धीरे उनका प्यार परवान चढ़ा. दोनों ने साथ जीने-मरने की कसमें खाईं. हालांकि, जब लड़की के घर वालों तक ये खबर पहुंची तो उन्होंने युवक को डांट और मार-पीट कर गांव से भगा दिया गया. लड़की के परिजनों को उनका रिश्ता मंजूर नहीं था.
ऐसे में दीपू अपने गांव कोचाढ़ी वापस आ गया. लेकिन, एक-दूसरे के बिना दोनों का मन नहीं लग रहा था. ऐसे में फूलकुमारी नावानगर से चौसा के कोचाड़ी गांव पहुंच गई. गांव पहुंचने के बाद उसने ग्रामीणों को आपबीती सुनाई. ऐसे में ग्रामीणों ने पंचायत के मुखिया को सूचना दी. सूचना पाकर पंचायत के मुखिया मौके पर पहुंचे और लड़के के पिता को समझा-बुझाकर प्रेमी युगल की शादी के लिए राजी कराया.
15 दिनों पहले बहन की हुई थी शादी
परिजनों की सहमति पर लड़के की बहन की शादी के लिए 15 दिनों पहले बनाए गए मंडप में ही वैदिक रीति रिवाज से दोनों की शादी संपन्न करा दी गई. इस मौके पर भोज का भी आयोजन किया गया. शादी के बाद प्रेमी युगल काफी खुश दिखा. वहीं, लड़के के परिजनों ने भी मीडिया से बातचीत के दौरान खुशी जाहिर की.
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