औरंगाबाद: बिहार के औरंगाबाद जिले के अंबा थाने में मालखाने का प्रभार संभाल रहे दारोगा जितेंद्र सिंह की आत्महत्या मामले में परिजनों ने हत्या की आशंका व्यक्त कर जांच की मांग की है. घटना की सूचना पर गांव से औरंगाबाद शव लेने पहुंचे मृतक के बड़े भाई और सेवानिवृत्त फौजी विजय कुमार सिंह ने कहा कि अगर यह आत्महत्या का मामला होता तो पिस्टल से निकली गोली का खोखा लाश से कुछ दूरी पर या उसके आसपास होता. लेकिन गोली का खोखा खिड़की पर रखा हुआ था. जो किसी भी दृष्टिकोण से सही नहीं प्रतीत होता है और कई शंका को जन्म देता है.


मृतक के बड़े भाई ने कहा कि जब अजय किसी प्रकार के तनाव में नहीं थे तो फिर आत्महत्या की बात कैसे सामने आई. उन्होंने कहा कि थाना परिसर में गोली चले और किसी को इसकी भनक तक न लगे यह भी अविश्वसनीय है क्योंकि थानाध्यक्ष को भी इसकी जानकारी तब मिली जब अजय को बुलाने के लिए उनके कमरे में किसी पुलिसकर्मी को भेजा गया. उस पुलिसकर्मी ने ही गोली मार जाने की सूचना दी.


मृतक के बड़े भाई ने दो दिन पहले पकड़े गए शराब को मालखाने में जमा कराने को लेकर हुए विवाद का जिक्र कर जांच की बात कही है. ऐसी स्थिति में उन्होंने कहा कि मृतक की अंतिम क्रिया करने के बाद एसपी से मिलकर न्याय की गुहार लगाएंगे.


यह भी पढ़ें -


RJD की समीक्षा बैठक के लिए JDU ने तैयार की सवालों की फेहरिश्त, कहा- इन बिंदुओं पर मंथन की जरुरत

बिहार: विधानसभा चुनाव में मिली हार के कारणों को तलाशेगी आरजेडी, एक्शन में आए तेजस्वी यादव