Painting Artist Padmashri Godawari Dutta Passed Away: मधुबनी पेंटिंग की प्रख्यात कलाकार पद्धमश्री गोदावरी दत्ता का आज बुधवार (14 अगस्त) को मधुबनी के राजनगर प्रखंड स्थित रांटी गांव में निधन हो गया. वो 93 वर्ष की थीं. उनके पार्थिव शरीर को ग्रामीणों एवं जिलावासियों के दर्शन के लिए रांटी गांव स्थित आंगन में रखा गया. गोदावरी दत्ता को साल 2006 में शिल्प गुरु सम्मान और 2019 को दरभंगा विश्व विद्यालय के जरिए डिलीट की मानद उपाधि मिली थी. 16 मार्च 2019 को भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों उन्हें पद्धमश्री सम्मान दिया गया था. उनके परिवार में एक पुत्र अवकाश प्राप्त बैंक प्रबंधक, चार पोती और एक पोते हैं.


गोदावरी दत्ता के निधन पर सीएम ने जताया शोक


मधुबनी पेंटिंग की प्रसिद्ध कलाकार पद्मश्री गोदावरी दत्ता के निधन पर मुख्यमंत्री ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की. सीएम नीतीश कुमार ने अपने शोक संदेश में कहा है कि मूल रूप से दरभंगा निवासी स्व० गोदावरी दत्ता जी ने मधुबनी पेंटिंग को देश-विदेश में पहचान दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई थी. उनके निधन से कला एवं संस्कृति के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है. मुख्यमंत्री ने स्व० गोदावरी दत्ता के परिजनों एवं प्रशंसकों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है.


पद्मश्री गोदावरी दत्ता की पोती प्रीति कर्ण ने बताया कि 14 अगस्त 2024 को पूर्वाहन करीब 12 बजे इलाज के दौरान मिथिला पेंटिंग की विख्यात कलाकार पद्मश्री गोदावरी दत्ता का देहांत हों गया. गोदावरी दत्ता पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रही थीं. उनके निधन से संपूर्ण कला जगह आहत  है, कई कलाकारों, अधिकारियों और आम लोगों ने उन्हें अपनी संवेदना व्यक्त की है.


आलाअधिकारियों ने निधन पर शोक व्यक्त किया


आपको बता दें कि इस शोक की घड़ी में अश्वनी कुमार अनुमंडल पदाधिकारी सदर मधुबनी एवं राजीव कुमार अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर मधुबनी के द्वारा श्रीमति दत्ता के शव पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई. पद्धमश्री गोदावरी दत्ता के निधन की खबर से जिले में शोक की लहर दौड़ गई है. मधुबनी के सामाजिक, राजनीतिक क्षेत्रों के लोगों में भारी शोक व्याप्त है. 


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