सुपौल: बिहार के सुपौल जिले के त्रिवेणीगंज में बीते एक सप्ताह से जारी खाद की किल्लत और कालाबजारी से आक्रोशित किसानों ने शनिवार को मोर्चा खोल दिया. किसानों ने एनएच-327 को त्रिवेणीगंज के बिस्कोमान के पास जाम कर हंगामा किया. डीएपी सहित अन्य खाद उपलब्ध नहीं होने से आक्रोशित किसानों ने प्रशासन की लापरवाही से खाद की किल्लत होने का आरोप लगाया है. दरअसल, बीते एक सप्ताह से बिस्कोमान द्वारा भी इन किसानों को जरूरत के हिसाब से खाद की आपूर्ति नहीं की जा रही है.
किसानों से सुनाई आपबीती
वहीं, दूसरी ओर बाजार में 1200 रुपये में मिलने वाला डीएपी दो हजार रुपये में उपलब्ध हो रहा है. इस कारण इस बार इलाके में गेहूं की बुआई नहीं हो सकी है. किसानों का कहना है कि वो रोजाना बिस्कोमान के पास सुबह चार बजे से लाइन में लग जाते हैं, फिर भी उन्हें खाद उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है. हंगामा कर रहे किसानों में महिला व बूढ़े से लेकर बच्चे तक शामिल थे.
एसडीओ ने आरोपों को किया खारिज
जाम स्थल पर किसानों को समझाने पहुंचे एसडीओ त्रिवेणीगंज एस जेड हसन का कहना है कि उन्होंने ऐसी शिकायत मिलने पर शुक्रवार को खुद कई खाद दुकानों की जांच की, लेकिन वहां भी खाद उपलब्ध नहीं था. खाद की कालाबजारी करने का आरोप गलत है. वहीं, उन्होंने कहा कि बिस्कोमान ने 30 नवंबर तक खाद उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाया है. एक दिसंबर से किसानों के बीच खाद उपलब्ध करा दिया जाएगा.
संजय झा ने कही थी ये बात
बता दें कि बीते 24 नवंबर को जेडीयू के 15 साल बेमिसाल कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे जल संसाधन मंत्री सह सुपौल के प्रभारी मंत्री संजय झा से जब सुपौल में खाद की किल्लत को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा था कि मेरे जानकारी में नहीं था. अगर इस तरह की दिक्कत है तो मैं डीएम से बात करता हूं, जल्द ही किसानों को खाद उपलब्ध करा दिया जाएगा.
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