रोहतास: बिहार के रोहतास जिला को धान का कटोरा कहा जाता है. जिले में एक लाख 90 हजार हेक्टेयर भूमि में धान की खेती होती है. प्रतिवर्ष यहां के किसान 12 लाख मेट्रिक टन से अधिक धान की उपज करते हैं. इस बार भी 11,84,509 एमटी धान की उपज रोहतास जिले में हुई है. लेकिन इस धान का यहां कोई खरीदार नहीं है. जिला प्रशासन ने इस बार धान खरीद का लक्ष्य मात्र 2 लाख 20 हज़ार मैट्रिक टन रखा है, जिसे लगभग 240 पैक्सो के माध्यम से खरीदना है. ऐसे में बाकी किसान अपनी धान औने पौने दाम में बेचने को मजबूर हैं.


बता दें कि इस बार सरकार द्वारा धान की कीमत 1868 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित की गई है. लेकिन रोहतास जिले में किसान फिलहाल 900-1100 रुपये प्रति क्विंटल धान बेच रहे हैं. सरकार  रोहतास जिला के 100 पैक्स के माध्यम से धान के खरीद का दावे कर रही है. लेकिन बड़ी परेशानी यह है कि जिला में धान की उपज का 20% भी खरीदारी का लक्ष्य नहीं है. ऐसे में किसान 80% धान खुले बाजार में किसान बेचने को मजबूर है.


इस संबंध में जिलाधिकारी पंकज दीक्षित ने कहा कि धान में चूंकि अभी नमी है और मानक के अनुसार 17% से अधिक नमी वाले धान की खरीद नहीं करनी है, इसलिए परेशानी है. बाहरहाल, किसान सरकारी रवैये से मायूस हैं और अपनी फसल कम दाम में बेचने को मजबूर हैं.