पटना : एन एच पर सफर करने वालों के लिए एक अहम खबर कि एनएच पर गुजरने से पहले अपनी गाड़ियों में फास्टैग लगवा लें वरना एक जनवरी से तय टोल से दोगुना पैसा देना पड़ेगा. केंद्र सरकार ने फरमान जारी कर दिया है जो एक जनवरी से लागू हो जाएगा. केन्द्र सरकार के आदेशानुसार अगर आपने फास्टैग नहीं लगवाए हैं तो फिर आपको नकद देने पर दोगुना टोल चुकाना पड़ेगा. बिहार की बात करें तो अभी तक 70 फीसदी लोगों की गाड़ियों में हीं फास्टैग लग हैं.अभी भी 30 फीसदी लोगों को इस दंड से गुजरना पड़ सकता है.



एनएचएआई के अधिकारियों की माने तो आगामी जनवरी से बिहार के सभी टोल प्लाजा पर मात्र एक काउंटर ही नकदी के लिए होंगे बाकी काउंटर उन गाड़ियों के लिए होगा, जिसमें फास्टैग लगे हुए हैं. जिन लोगों ने अपनी गाड़ियों में फास्टैग नहीं लगवाए हैं उन्हें नकदी देकर टोल प्लाजा से गुजरना होगा. चूंकि नकदी के लिए एक ही काउंटर होगा. ऐसे में जाम की समस्या भी होगी, साथ ही तय राशि से दोगुना पैसा भी देना पड़ेगा.




फास्टैग की खरीददारी की ऑलाइन सुविधा



अब अगर आप अपनी गाड़ियों के लिए फास्टैग की खरीदारी के लिए परेशान हैं तो आपकी परेशानी का हल ये है कि अब आप घर बैठे पेटीएम या अमेजन से ही इसकी खरीदारी कर सकते है इसके अलावा बिहार के सभी टोल प्लाजा केंद्रों पर ही फास्टैग के लिए विक्रय केंद्र भी खुले हुए हैं, साथ ही एसबीआई सहित अन्य बैंकों के माध्यम से भी इसकी खरीदारी की जा सकती है .इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम या हिन्दुस्तान पेट्रोलियम के पेट्रोल पंपों पर भी फास्टैग उपलब्ध है. इसके अलावा एनएचएआई की माई फास्ट ऐप से भी इसकी खरीदारी की जा सकती है.



फास्टैग की खरीददारी के लिए चाहिए ये कागजात



फास्टैग की खरीदारी के लिए आपके पास गाड़ी का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट, ऑनर बुक, केवाईसी में पहचान व पत्राचार के कागजात होने चाहिए. खरीदारी के बाद चेक, क्रडिट या डेबिट कार्ड, आरटीजीएस के जरिए ऑनलाइन रिचार्ज किया जा सकता है। .एक बार में कम से कम 100 रुपए और अधिकतम एक लाख से इसे रिचार्ज कराया जा सकता है. बैंक के बचत खाता से भी फास्ट टैग को जोड़ा जा सकता है. पैसा कम होने पर उसका एसएमएस आएगा ताकि उसे रिचार्ज करा सकें फास्टैग से जुड़ने का शुल्क 200 रुपए है. अलग-अलग गाड़ी के अनुसार कुछ सिक्यूरिटी मनी भी देनी होगी जो खाता बंद करते समय वापस कर दी जाएगी