बगहा: कश्मीर में बीते दिनों हुए आतंकी हमले में बिहार के मुंगेर निवासी सीआरपीएफ जवान के शहीद होने के साथ-साथ बगहा के रहने वाले दो मजदूर भी घायल हो गए हैं. बगहा निवासी दोनों मजदूर आपस में पिता-पुत्र हैं. दोनों 27 दिनों पहले बगहा से कमाने के लिए कश्मीर के पुलवामा गए थे, जहां सोमवार को आतंकियों ने उन्हें गोली मार दी. गोलीबारी में घायल पिता-पुत्र को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां वे खतरे के बाहर हैं.
परिजनों पर टूटा दुखों का पहाड़
घायलों की पहचान पश्चिमी चंपारण जिले के चौतरवा थाना क्षेत्र के सिकत्तौर गांव निवासी 46 वर्षीय जोखू चौधरी और 23 वर्षीय पतलेश्चर चौधरी के रूप में हुई है. एक साथ घर के दो सदस्यों के आतंकी हमले का शिकार होने के बाद परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. परिजनों के मुताबिक सात मार्च को गांव से लगभग 100 की संख्या में लोग काश्मीर कमाने के लिए गए थे, जिसमें ये दोनों पिता-पुत्र भी शामिल हैं.
परिजनों के अनुसार सोमवार को साथ में काम करने गए लोगों से सूचना मिली कि दोनों पिता-पुत्र को गोली लगी है. घटना की जानकारी मिलते ही घर में अफरा-तफरी मच गई. पूरे गांव के लोग घर में इकट्ठा हो गए. इधर, जोखू चौधरी की पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है. आसपास के लोगों ने बताया कि जोखू चौधरी का एक ही पुत्र है, जो उसके साथ काम करने गया था.
पूरे गांव में पसर गया है सन्नाटा
मिली जानकारी अनुसार इस घटना के बाद अन्य बिहारी मजदूर काफी सहमे हुए हैं. बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि वे सभी खुद को सुरक्षित करके घर के अंदर दुबके हुए हैं. बताते चलें कि सिकत्तोर गांव से लगभग 70 लोग रोजी रोटी की तलाश में कश्मीर के पुलवामा गए हुए हैं. ऐसे में इस घटना के बाद पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया है. परिजनों फोन पर कश्मीर में फंसे अपने सगे-संबंधी की खोज खबर ले रहे हैं.
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