आरा: बिहार के आरा जिले के बड़हरा में शुक्रवार को भीषण आग लग गई. आरा शहर से महज 17-18 किलोमीटर दूर बड़हरा के लाला टोला में आगलगी की सूचना मिलने के बाद दमकल की गाड़ी को पहुंचने में एक घंटे से भी अधिक समय लग गया, जिस कारण आग ने देखते ही देखते 43 घर झोपड़ियों को अपने आगोश में ले लिया. अगलगी की इस घटना में सभी घर और घर में रखा सामान जलकर खाक हो गया. वहीं, एक बच्ची की मौत हो गई.
देखते ही देखते 43 घरों में लगी आग
मृतका की पहचान यूपी के गहमर थाना क्षेत्र के हरवेशपुर निवासी मंटू कुमार की बेटी अंशु कुमारी (4) के रूप में की गई है, जो अपने नानी के घर आरा आयी थी. मिली जानकरी अनुसार विश्वनाथ चौधरी के घर के बगल में रखे पुआल में शार्ट सर्किट की वजह से आग लगी और देखते ही देखते आसपास के 43 घर आग की चपेट में आ गए. गांववालों के सामने उनके घर में रखा लाखों रुपये का सामान जलाकर राख हो गया.
सूचना देने के बावजूद नहीं पहुंची दमकल की गाड़ियां
इस संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि अगलगी की सूचना तत्काल थाना और अग्निशमन विभाग को दी गयी थी. इसके बावजूद अग्निशमन की एक भी गाड़ी मौके पर नहीं पहुंची. ऐसे में लोग खुद ही आग बुझाने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन आग इतनी भयावह थी कि उसने विश्वनाथ चौधरी के घर के अलावा 42 और घरों को अपनी चपेट में ले लिया.
थानाध्यक्ष ने फायर ब्रिगेड को किया फोन
ग्रामीणों की मानें तो घटना के काफी देर बाद बड़हरा के आलाधिकारी रामवरण राम और थानेदार डीएन सिंह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे. थाने से फायर ब्रिगेड की छोटी गाड़ी भी पहुंची. लेकिन वो आग पर काबू पाने में सक्षम नहीं थी. दमकलकर्मियों को कड़ी मशक्कत की, फिर भी आग पर काबू नहीं पाया जा सका.
इधर, हालात को बिगड़ता देख थानेदार ने खुद आरा अग्निशमन विभाग में फोन किया, जिसके बाद दमकल की एक बड़ी गाड़ी मौके पर पहुंची. तब जाकर आग पर काबू पाया जा सका. लेकिन तबतक काफी देर हो चुकी थी.
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