कैमूर: बिहार के कैमूर के मोहनिया में सोमवार को अंतिम संस्कार के पांच दिन बाद विवाहिता के शव को कब्र से बहार निकाला गया और उसे पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भभुआ भेज दिया गया. दरअसल, मृतिका के मायके वालों ने मृतिका के पति पर विवाहिता को जलाकर मारने का प्राथमिकी दर्ज कराया था. घटना मोहनिया के बड़ी बाजार की बताई जा रही है.
दरअसल, 11 नवंबर को विवाहिता संजीदा की आग लगने से मौत हो गई थी, जिसके बाद उसके ससुराल वालों ने बिना उसके मायके वालों को सूचना दिए ही उसके शव को दफना दिया था. इधर, जब इस घटना की जानकारी मृतिका के मायके वालों को मिली तो उनलोगों ने मोहनिया थाने में मृतिका के पति के खिलाफ हत्या कर शव को दफनाने की प्राथमिकी दर्ज कराई.
एफआईआर दर्ज करने के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में संजीदा के शव को कब्र से 5 दिन बाद बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के सदर अस्पताल भेज दिया, जिससे कि संजीदा के मौत का पता लगाया जा सके. इधर, ससुराल वालों की तरफ से प्रशासन को जानकारी दिया गया कि घर में रखा गैस सिलेंडर फटने से संजीदा की मौत हो गई. संजीदा के दो छोटे-छोटे बच्चे हैं.
हालांकि, संजीदा की मां ने कहा कि संजीदा के मौत की जानकारी ससुराल वालों ने उन लोगों को नहीं दी,बल्कि आसपास के लोगों से उन्हें पता चला. उसके पिता जब वहां पहुंचे तो उनको जानकारी दिया गया कि गैस सिलेंडर फटने से उसकी मौत हुई है. 5 साल पहले संजीदा की शादी हुई थी. हमें ऐसा लग रहा है कि पति द्वारा संजीदा को जलाकर मार दिया गया है और झूठ बोला जा रहा है. हमने थाना में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है.
इधर, थाना प्रभारी राम कल्याण यादव ने कहा कि मृतिका के मां द्वारा हत्या करने की प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी, जिस के सत्यापन के लिए हम लोगों ने शव को कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस जांच जारी रखेगी.
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