रोहतास: बिहार के रोहतास जिले में होली के अवसर पर जहरीली शराब पी लेने की वजह से पांच लोगों की मौत का मामला प्रकाश में आया है. मृतकों के परिजनों ने भी ये बात स्वीकार की है कि लोगों की जहरीली शराब पीने की वजह से मौत हुई है. इधर, पूरे मामले में प्रशासनिक व्यवस्था की पोल खुलते देख पुलिस मामले से पल्ला झाड़ रही है.
घटना जिले के कोचस थाना क्षेत्र की है, जहां अलग-अलग गांव में पिछले तीन दिनों में पांच लोगों की मौत हो गई है. पहली घटना चवरी गांव की है, जहां जहरीली शराब पीने की वजह से राम अवतार राम की मौत हो गई. मृतक की पत्नी लखपति देवी ने बताया कि मृतक ने शराब पी थी, जिसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ी. ऐसे में आननफानन उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया.
वहीं, दूसरी घटना कोचस के एक अन्य गांव की है, जहां मनोज राम और विनोद चौहान की मौत हुई है. दोनों के परिजन स्पष्ट रूप से बता रहे हैं कि होली के दिन दोनों ने शराब पी थी. तबीयत बिगड़ने पर उन्हें निजी क्लीनिक में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गयी. मनोज की पत्नी लाली देवी और विनोद चौहान की भाभी मीना देवी ने दोनों के शराब पिए जाने की बात स्वीकार की है.
तीसरी घटना जिले के कंजर गांव की है, जहां राजेश चौहान नामक शख्स की मौत हुई है. राजेश गांव में ही कहीं से शराब पीकर आया था,जिसके बाद उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गयी थी. वहीं, चौथा मामला करगहर थाना क्षेत्र के रामपुर की है, जहां गिरिजा शंकर सिंह के बेटे सतीश कुमार सिंह की जहरीली शराब पीने की वजह से मौत हुई है.
हालांकि, पांच लोगों की मौत के बावजूद प्रशासन ने इस मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है. ऐसे में सवाल उठता है कि जब मृतक के परिजन कैमरे के सामने शराब पीने की और शराब से मौत होने की बात स्वीकार कर रहे हैं, तो प्रशासन इस मामले में कार्रवाई क्यों नहीं कर रही?