Bihar Flood 2024: मुहाने नदी का जलस्तर बढ़ा, बोधगया के 3 गांवों में घुसा बाढ़ का पानी, बह गई सड़क
Gaya News: सोमवार (16 सितंबर) की शाम से जलस्तर बढ़ने के बाद बोधगया प्रखंड के कई गांवों में धीरे-धीरे पानी घुसने लगा. मंगलवार सुबह तक आधे गांव इसकी चपेट में आ गए.
Gaya Flood News: गया जिले के बोधगया प्रखंड की मुहाने नदी में अचानक जलस्तर बढ़ने से कई गावों में पानी घुस गया है. पानी का बहाव इतना तेज है कि बतसपुर से कई गावों को जोड़ने वाली मुख्य सड़क तक बह गई है. पिछले महीने (अगस्त में) बतसपुर गांव में घुसे बाढ़ के पानी के तेज बहाव से कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए थे. बीते दो दिनों से हो रही तेज बारिश के कारण मुहाने नदी का जलस्तर अचानक से बढ़ गया है.
बीते सोमवार (16 सितंबर) की शाम से जलस्तर बढ़ने के बाद धीरे-धीरे गांव में पानी घुसने लगा. मंगलवार की (17 सितंबर) की सुबह तक आधे गांव बाढ़ के पानी की चपेट में आ गए. पिछली बार हुई तबाही से इस बार ग्रामीण दहशत में हैं. बोधगया के बतसपुर, छाछ और घोघरियां गांव में बाढ़ का पानी घुसा है. बतसपुर गांव के समीप मुहाने नदी पर डैम बनाया गया है. लोगों का कहना है कि नदी के छोर पर गांव के सामने एक किलोमीटर तक बांध बन जाता तो गांव में पानी नहीं घुसता.
खेतों में लगी फसल को नुकसान, लोगों की बढ़ी परेशानी
बतसपुर गांव से हरली, मोराटाल, छोटकी बसाढ़ी सहित दर्जनों गांवों को जोड़ने वाली मुख्य सड़क पानी के तेज बहाव में बह गई है. खेतों में लगी फसलों को भी नुकसान हुआ है. ग्रामीण सुखन मांझी ने बताया कि पिछली बार आई बाढ़ में उनका मकान क्षतिग्रस्त हो गया था. किसी तरह बांस की झोपड़ी बनाकर गुजारा कर रहे थे. फिर आई बाढ़ ने परेशानी बढ़ा दी है.
वहीं मुन्नी देवी ने बताया कि प्रधानमंत्री इंदिरा आवास योजना का लाभ नहीं मिलने के कारण नदी और गांव के बीच में झोपड़ी बनाकर रहने को मजबूर हैं. तेज पानी के बहाव से वह भी क्षतिग्रस्त हो गया है. दिलीप कुमार यादव ने बताया कि पिछली बार आई बाढ़ के बाद इस बार दहशत में हैं.
डीएम ने टीम को गांव में जाने का दिया निर्देश
गांव में पानी घुसने की सूचना के बाद गया के डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने आपदा एडीएम, सदर एसडीओ, बोधगया बीडीओ, सीओ और कृषि विभाग की टीम को गांव में जाने का निर्देश दिया है. स्थिति का आकलन करने का निर्देश दिया है. आपदा एडीएम को निर्देश दिया है कि गांव के पीड़ित लोगों को रात में ठहरने और खाने की पूरी व्यवस्था कराई जाए. पंचायत सचिव को प्राथमिक विद्यालय में रखकर कैंप करने का निर्देश दिया है.
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