Bihar Flood: बाया नदी में डूबी पशुओं के चारे से भरी नाव, SDRF की तत्परता से बची लोगों की जान
एसडीआरएफ की टीम ने सभी नाव सवार लोगों को पानी से निकाल कर दूसरे नाव की मदद से अखाड़ा घाट भेज दिया. वहीं, मवेशियों के चारे को भी एक अन्य नाव के सहारे घाट पर भिजवाया.
समस्तीपुर: बिहार के समस्तीपुर जिला में गुरुवार को गंगा की सहायक बाया नदी में मवेशियों का चारा लेकर जा रही नाव डूब गई. नाव पर चारा के साथ पांच ग्रामीण भी सवार थे, जिन्हें एसडीआरएफ की टीम ने सुरक्षित निकाल लिया है. घटना विद्यापतिनगर प्रखंड के मऊ धनेशपुर दक्षिण पंचायत की है, जहां गांव के ही उदय राय, दिनेश राय, सोगारथ राय, गौतम कुमार और पिंकू कुमार नाव के सहारे अपने घर से मवेशियों का चारा लेकर अखाड़ा घाट शिवालय पर जा रहे थे.
स्थानीय प्रशासन को दी सूचना
इसी बीच चारे के अत्यधिक वजन की वजह से नाव पानी में डूब गई. नाव सवार लोगों ने इसकी सूचना अखाड़ा घाट पर मौजूद लोगों को दी. सूचना मिलते ही घाट किनारे मौजूद चार-पांच लोग नाव पर सवार होकर बाया नदी में डूब रहे लोगों को खोजने निकल गए. वहीं, कुछ लोगों ने इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन को दी. सूचना मिलते ही क्षेत्र भ्रमण कर रहे सीओ अजय कुमार एसडीआरएफ टीम को लेकर तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे और राहत व बचाव कार्य में जुट गए.
कई गांव बाढ़ प्रभावित
एसडीआरएफ टीम के सदस्य यूपी यादव ने अपने साथियों की मदद से सभी नाव सवार लोगों को पानी से निकाल कर दूसरे नाव की मदद से अखाड़ा घाट भेज दिया. वहीं, मवेशियों के चारे को भी एक अन्य नाव के सहारे घाट पर भिजवाया. बताते चलें कि विद्यापतिनगर प्रखंड के शेरपुर ढ़ेपुरा, मऊ धनेशपुर दक्षिण, बलकृष्णपुर मड़वा, बाजिदपुर पंचायत बाढ़ से प्रभावित है.
बाढ़ की वजह से ढाई हजार घरों के लगभग ग्यारह हजार लोग प्रभावित हैं, जिस कारण लोगों ने अपने मवेशी के साथ बांध और पांच राहत शिविर में शरण ले रखा है. वहीं, ग्यारह जगहों पर बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए सामुदायिक किचेन चलाया जा रहा है, जहां दो समय लोगों को भोजन और पानी उपलब्ध कराया जा रहा है. साथ ही मवेशियों के लिए चारा की भी व्यवस्था की गई है. इस संबंध में सीओ अजय कुमार ने बताया कि नाव सवार सभी लोग सुरक्षित निकाल लिए गए हैं.
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