पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को सूबे के पांच बाढ़ प्रभावित जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया. इन जिलों में पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, समस्तीपुर, दरभंगा और मुजफ्फरपुर शामिल हैं. हवाई सर्वेक्षण कर लौटने के बाद उन्होंने पत्रकारों से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा, " बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का सर्वेक्षण कर मैं हैरान हूं. पहले कभी ऐसी स्थिति नहीं उत्पन्न हुई थी. जून में बाढ़ का आना चौंकाने वाला है. बहुत पहले कभी ऐसा हुआ होगा."


कल तीन जिलों का करेंगे सर्वेक्षण


उन्होंने कहा, " वर्षापात की वजह से कई जगह बाढ़ का पानी आ गया है. दिल्ली से लौटने के बाद ही मैंने तय किया था कि सभी इलाकों का सर्वेक्षण करूंगा. आखों के आपरेशन के बाद रेस्ट करने को कहा गया था. इसलिए थोड़ा वक्त लगा था. आज पांच जिलों का सर्वेक्षण किया गया. कल फिर तीन जिलों का करूंगा. उसके बाद संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक होगी, जिसमें बाढ़ पीड़ितों को सहायता देने के लिए जो फैसला करना होगा वो किया जाएगा."


12 जुलाई से लगेगा जनता दरबार


इस दौरान उन्होंने जनता दरबार कार्यक्रम के संबंध में भी बातचीत की. उन्होंने कहा, " जो मेरी इच्छा थी जनता दरबार करने की, वो अब मैं करूंगा. दो टेन्योर तक जनता के दरबार में मुख्यमंत्री का कार्यक्रम किया गया. हर महीने कम से कम तीन सोमवार को ये कार्यक्रम किया जाता था. लेकिन लोक सेवा अधिकार कानून बनने के बाद इस कार्यक्रम को करना बंद कर दिया गया था क्योंकि इसकी जरूरत नहीं महसूस होती थी."


मुख्यमंत्री ने कहा, " कार्यक्रम बंद करने के बाद कुछ लोगों ने कहा कि नहीं ये कार्यक्रम होना चाहिए. ये अच्छी पहल है. इसलिए चुनाव के बाद मैंने इसको दोबारा शुरू करने का एलान किया था और अब अगले सोमवार यानी 12 तारीख से मैं ये कार्यक्रम करूंगा. पुराने तरीके को ही अपनाया जाएगा. चूंकि कोरोना का दौर है इसलिए आने वाले लोगों को जिला स्तर से गाड़ी की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी."


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