गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज में गंडक नदी ने तबाही मचानी शुरू कर दी है. रविवार को नेपाल में बारिश के कारण वाल्मीकिनगर बराज से 2.60 क्यूसेक डिस्चार्ज पहुंचने के बाद गंडक उफान पर है. पानी खतरे के निशान से 1.72 मीटर ऊपर पहुंच गया है. जल संसाधन विभाग को आशंका है कि अगले 24 घंटे तक पानी तेजी से गोपालगंज पार करेगा.


उधर, जिले के निचले इलाके में बाढ़ का पानी तेजी से फैल रहा है. 43 गांव दोबारा बाढ़ की चपेट में हैं. गांवों में अफरातफरी का माहौल बना हुआ है. जबकि नदी के मिजाज को देखते हुए डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी के आदेश पर निचले इलाके के लोगों को ऊंचे स्थलों पर पहुंचाने के लिए अधिकारी युद्धस्तर पर जुटे थे.


सदर प्रखंड में आठ नाव सरकारी स्तर पर गांवों से निकालने के लिए लगाया गया है. उधर, कालामटिहनियां में कार्यापालक अभियंता श्रीनिवास प्रसाद तो पतहरा से लेकर सत्तरघाट तक नवल किशोर सिंह पूरे कैंप कर निगरानी में जुटे हैं. निचले इलाके में पानी का लेबल बढ़ने के साथ ही लोगों की मुश्किलें भी बढ़ने लगी हैं. गांवों में अफरातफरी का माहौल है. लोग अपने घरों से माल-मवेशी लेकर फिर बांध की ओर जाने को मजबूर हो गए हैं.


तटबंधों पर शरण लेने वालों को अधिक परेशानी


बीते शनिवार को नदी में पानी आते ही कुचायकोट प्रखंड के कालामटिहनिया, धूप सागर, भगवानपुर, गम्हरिया, सदर प्रखंड के भसही, धर्मपुर, सेमराही, रामपुर टेंगराही, मुंगरहा, निमुइया रामनगर, जगीरीटोला समेत कुल 43 गांवों में पानी का लेवल बढ़ने लगा है. गांवों में जाने के लिए नाव के अलावा दूसरा कोई उपाय भी नहीं है. तटबंधों पर शरण लेने वालों को सर्वाधिक परेशानी है.


गोपालगंज जिले में छोटी नदियों में भी उफान


वहीं दूसरी ओर, गंडक के साथ ही दाहा नदी, विजयीपुर में खनुआ नदी, सिधवलिया, बैकुंठपुर में घोघारी नदी का भी जलस्तर तेजी बढ़ रहा है. छोटी नदियों में उफान के कारण कुचायकोट, थावे, उचकागांव, विजयीपुर प्रखंड के दर्जनों गांवों में पानी फैलने लगा है. इनके तबाही को झेलने वाले गांवों के पीड़ितों को राहत भी नहीं मिलने वाली है.


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