कैमूर: बिहार की अमूमन सभी नदियां उफान पर हैं. नदियों के जलस्तर में वृद्धि की वजह से बाढ़ की स्थिति उतपन्न हो गई है. इसी क्रम में गुरुवार को सूबे के कैमूर जिले में कर्मनाशा नदी का रौद्र रूप दिखा. नदी के जलस्तर में वृद्धि की वजह से सड़क पर तीन फीट पानी बह रहा है. सड़क पर पानी आने की वजह से परिचालन बाधित हो गया है, जिससे यूपी-बिहार का संपर्क टूट गया है.


दूसरे रास्ते से जा रहे उत्तरप्रदेश  


इधर, कर्मनाशा नदी के बढ़ रहे जलस्तर को देखते हुए प्रशासन ने गाजीपुर-दुर्गावती पथ स्थित ककरैत घाट पर लोगों को आने-जाने पर रोक लगा दी है. रूट के बंद हो जाने की वजह से लगभग 50 किलोमीटर की दूरी तय कर लोगों को दूसरे सड़क से उत्तर प्रदेश जाना पड़ रहा है. दरअसल, उत्तर प्रदेश से बिहार आने के लिए कर्मनाशा नदी को पार करना पड़ता है. लेकिन सड़क पर बड़ा हादसा ना हो इस वजह से प्रशासन ने बैरिकेडिंग कर दी. इस वजह से लोगों को अतिरिक्त 50 किलोमीटर की दूरी तय करना पड़ा रहा है.


अंचलाधिकारी ने लोगों से की अपील


इधर, हालात का जायजा लेने पहुंचे दुर्गावती के अंचलाधिकारी ने लोगों से अपील की, कि वे नदी के किनारे या इस रास्ते से आवागमन ना करें, क्योंकि पानी की धारा तेज है, जिससे हादसा होने का डर है. कर्मनाशा नदी का जलस्तर घट जाने के बाद आवागमन फिर से पहले की तरह प्रारंभ कर दिया जाएगा.


वहीं, मसौड़ा पंचायत मुखिया ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही वर्षा के कारण नदियां उफान पर हैं. इन नदियों का पानी अक्सर जिले के कई मार्गों को बाधित कर देता है, जिससे लोगों को आवागमन में परेशानी होती है. उनकी मानें तो जिले में लगातार हो रही बारिश की वजह से मुसाखाड़ डैम से कर्मनाशा नदी में पानी छोड़ा गया है, जिससे नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है. इस वजह से निचले इलाकों में पानी आ गया है. साथ ही सड़कों पर भी घुटने से ऊपर बह रहा है, जिस वजह से फिलहाल परिचालन बंद कर दिया गया है.


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