पटना: बिहार में बारिश और बाढ़ की वजह से बुरा हाल है. कई नदियां उफान पर हैं. कई गांव जलमग्न हो गए हैं. जिंदगी मुश्किल हो गई है. दरभंगा में करीब 10 गांवों में बाढ़ का पानी घुस चुका है. सैकड़ों लोग पलायन कर चुके हैं. गोपालगंज में गंडक नदी में उफान है. गंडक नदी में डूबकर तीन लोगों की मौत की भी खबर है. जबकि मोतिहारी में भी बाढ़ से हाल बेहाल है.


मोतिहारी के सुगौली के थाना समेत स्टाफ क्वार्टर में बाढ़ का पानी घुस गया है. जिसके बाद पुलिसकर्मियों को एक प्राइवेट स्कूल में शरण लेनी पड़ी और वहीं से थाना चलाया जा रहा है. हालांकि, जरूरी सामान को थाने से निकाल लिया गया है मगर मालखाने में पड़ा सामान नहीं निकाला जा सका है.


10 गांवों में बाढ़ का पानी घुसने से सैकड़ों लोग बेघर हो गए


दरभंगा के घनश्यामपुर कमला बलान नदी में आए उफान से 10 गांवों में बाढ़ का पानी घुसने से सैकड़ों लोग बेघर हो गए हैं. पश्चिम तटबंध पर पानी का दबाव बढ़ने से खतरा ज्यादा है. तटबंध की निगरानी लगातार प्रशासन की तरफ से की जा रही है. प्रशासन की तरफ से येलो अलर्ट जारी किया गया है. पानी घुसने की वजह से प्रभावित परिवार बाल बच्चों समेत ऊंचे इलाकों की ओर जा रहे हैं.


एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत


वहीं गोपालगंज में गंडक नदी में नहाने के दौरान एक हादसा हुआ है. जिसमें एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई है. हादसे में चाचा-भतीजा समेत तीन लोग डूब गए हैं. एक व्यक्ति का शव बरामद कर लिया गया है जबकि दो लोगों की तलाश की जा रही है. बताया जा रहा है कि हादसा तब हुआ जब ये लोग नदी में नहाने गए थे.


बता दें कि बाढ़ और बिहार दोनों का संबंध ऐसे बन गया है, जैसे दिया और बाती. हर साल बाढ़ को मुद्दा बनाकर नेता वोट मांगने जाते हैं लेकिन हर साल बाढ़ आती है, हर साल लाखों लोग परेशान होते हैं, सैकड़ों की जान जाती है, हज़ारों बेघर हो जाते हैं, आखिर में अगर कुछ बचता है तो वो है बिहार के लोगों की बेबसी, डर और हर साल मिलने वाला दुख.


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