पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को सूबे के आरा और सारण जिले के बाढ़ से प्रभावित इलाकों का जायजा लिया. मुख्यमंत्री कोईलवर और बबुरा का जायजा लेते हुए छपरा पहुंचे. छपरा के डोरीगंज, मौजमपुर होते हुए सोनपुर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भी उन्होंने जायजा लिया. मुख्यमंत्री ने सारण जिले के मुसेपुर चौक पर बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए चलाए जा रहे सामुदायिक किचेन का निरीक्षण किया. 


खाना खा रहे लोगों से की बात


वहीं, सामुदायिक किचेन में भोजन कर रहे लोगों से उन्होंने बातचीत की और वहां की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली. कम्युनिटी किचेन के पास चलाए जा रहे कोविड टीकाकरण केन्द्र का भी मुख्यमंत्री ने निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने निर्देश दिया कि यहां पर रह रहे सभी लोगों की कोरोना जांच जरूर कराएं और जो भी संक्रमित पाए जाते हैं, उनके लिए अलग से व्यवस्था करें. वहीं, जिनका टीकाकरण नहीं हुआ है, उनका टीकाकरण कराएं. 


जरूरी चीजों की पूरी व्यवस्था रखें


मुख्यमंत्री ने मुसेपुर चौक पर रह रहे विस्थापित लोगों से बातचीत की और उनकी समस्याएं सुनीं. उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिया कि सामुदायिक किचेन को और बड़ा किया जाए ताकि अधिक से अधिक लोग भोजन कर सकें. लोगों को किसी तरह की दिक्कत न हो इसका ख्याल रखें. टेंट के साथ-साथ अन्य जरूरी चीजों की भी पूरी व्यवस्था रखें. पशु चारा की पूरी उपलब्धता रखें.


तेजी से करें राहत कार्य


वापस लौटने के बाद मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन और जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की. समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित इलाकों की हुई क्षति का ठीक से आकलन कराएं. साथ ही किसानों की धान रोपनी की क्षति का भी आकलन कराएं. प्रभावित लोगों से संपर्क बनाए रखें और पूरी तत्परता के साथ सभी लोगों की सहायता करें. जिलाधिकारियों से निरंतर संपर्क में रहें और स्थिति पर नजर बनाए रखें. राहत और बचाव कार्य तेजी से करें ताकि लोगों की त्वरित सहायता हो सके.


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