(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Bihar Flood: सीतामढ़ी और शिवहर में कैसे हैं हालात? उफान पर नदियां, तटबंध टूटा, कई गांवों में घुसा पानी
Bihar Flood Update: सीतामढ़ी में बागमती नदी पांच स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. दो स्थानों पर लालबकेया नदी भी उफान पर है. यह भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
Bihar Flood 2024: बिहार के कई जिलों में नदियां उफान पर हैं. तटबंध टूटने से गांवों में पानी घुसने लगा है. सीतामढ़ी और शिवहर में बाढ़ के जैसे हालात दिख रहे हैं. सीतामढ़ी के बेलसंड प्रखंड के मधकौल में बागमती का तटबंध टूट गया है. करीब 20 फीट में तटबंध टूटने से कई गांवों में नदी का पानी फैल गया है. तेज बहाव के कारण तटबंध पानी के दबाव को नहीं झेल पाया और टूट गया. मौके पर प्रशासन की टीम पहुंचकर तटबंध मरम्मत कार्य कर रही है.
पांच स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही बागमती
बीते रविवार (29 सितंबर) तक के अपडेट के अनुसार जिले की कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. अगर बारिश का आलम आगे भी बरकरार रहा तो जिले में बाढ़ की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. डीपीआरओ कमल सिंह ने नदियों के जलस्तर की रिपोर्ट जारी की है. बताया है कि बागमती नदी जिले में पांच स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. दो स्थानों पर लालबकेया नदी भी पूरे उफान पर है. यह नदी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
अलर्ट मोड पर जिला प्रशासन की टीम
लगातार बारिश और बाढ़ की स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट मोड में है. डीएम रिची पांडेय ने जिला और प्रखंड स्तर के पदाधिकारियों को अलर्ट रहने के लिए कहा है. डीएम, एसपी, एडीएम आपदा प्रबंधन और तकनीकी विभाग के पदाधिकारियों ने जिले के संवेदनशील स्थानों का निरीक्षण किया है. बेलसंड प्रखंड अंतर्गत चंदौली बांध, मेजरगंज प्रखंड के रसूलपुर गांव, बैरगनिया प्रखंड के वंशी चाचा पुल एवं चकवा पंचायत के तकिया टोला आदि का निरीक्षण किया गया है.
जिलाधिकारी ने नदियों के जल स्तर पर और संवेदनशील स्थानों पर सतत निगरानी रखने का निर्देश दिया है. जिले में अभी बाढ़ नहीं आई है लेकिन संभावित खतरे को देखते हुए सभी आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं. अनुमंडल स्तर पर बाढ़ आपदा नियंत्रण कक्ष बनाया गया है जिसका नंबर- 06226-250236 है. यह 24 घंटे कार्य करेगा.
जिला प्रशासन की ओर से आम लोगों से अपील की गई है कि सतर्कता बरतें और सुरक्षित स्थानों पर रहें. नदियों के जलस्तर में वृद्धि होने की संभावना है. अधिकांश हिस्सों में मेघ गर्जन के साथ वज्रपात एवं हवा की गति झोंकों के साथ 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती है.
शिवहर में एक गांव में पानी पहुंचा
लगातार हो रही बारिश की वजह से शिवहर जिले में भी बाढ़ का खतरा एक बार फिर से मंडराने लगा है. जिला प्रशासन का कहना है कि बागमती नदी खतरे के निशान से 90 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. जिला प्रशासन की टीम मुस्तैद है. नदी के तलहटी में बसे बराही गांव के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा गया है. इस गांव में नदी का पानी प्रवेश कर गया है.
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